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भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है: सीएम गहलोत

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Published : Aug 5, 2020, 3:49 PM IST

बुधवार को अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर की नींव रखी. इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए देशवासियों को बधाई दी. अपने ट्वीट के जरिए कहा कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है.

अयोध्या राम मंदिर शिलान्यास, Ayodhya Ram temple foundation stone
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर. अयोध्या में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम मंदिर की नींव रखी. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए देश वासियों को बधाई देते हुए कहा कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है.

सीएम गहलोत ने राम मंदिर शिलान्यास पर देशवासियों को बधाई दी

मुख्यमंत्री गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में अद्वितीय स्थान रखते हैं. उनका जीवन हमें सच्चाई, न्याय, सभी से समानता, करुणा और भाईचारा सिखाता है.

भगवान राम की ओर से निहित मूल्यों के आधार पर एक समतावादी समाज की स्थापना पर ध्यान देने की आवश्यकता है. गहलोत ने कहा कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है.

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बता दें कि बुधवार को अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित हुआ. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने मंदिर निर्माण की ईंट रखी. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राम जन्मभूमि पर मंदिर बनने की देशवासियों को बधाई दी.

साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मर्यादा पुरुषोत्तम राम का चरित्र रहा है, उन्होंने जिस तरह से समाज मैं समानता का अधिकार दिया है, उसी तरह से मौजूदा दौर में भी रामराज्य जैसी स्थापना हो इसकी कल्पना हमें करनी चाहिए.

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बता दें कि इससे पहले भी प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया के जरिए नसीहत देते हुए कहा था कि, मंदिर शिलान्यास लोगों को यह संकल्प दिलाने का अवसर है कि मानवता पर लगे छुआछूत को मिटाएं, दलित आदिवासी और पिछड़ों के साथ समानता का व्यवहार करें. ऐसा करके हम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों को पूरा कर सकते हैं. उनकी भावनाओं का अनुसरण करना चाहिए.

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