जयपुर.गहलोत सरकार ने दीपावली से पहले प्रदेश के साढ़े सात लाख कमर्चारियों को बोनस देने और कोरोना काल के चलते हो रही वेतन कटौती को बंद करने का ऐलान कर कमर्चारियों को दोहरा तोहफा दिया है. सरकर की इस घोषणा के साथ ही जो कर्मचारी सरकार के खिलाफ आंदोलन और धरना करने की धमकी दे रहे थे, अब वे ही कर्मचारी सीएम का आभार जता रहे हैं.
कर्मचारियों ने गहलोत का जताया आभार प्रदेश की गहलोत सरकार की बोनस और वेतन कटौती बंद करने के एलान के बाद कर्मचारियों में खुशी की लहर है. अलग-अलग कर्मचारी संगठनों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. सचिवालय अधिकारी, कमर्चारी और सहायक कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है.
अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मेघराज सिंह पंवार ने सीएम अशोक गहलोत के इस फैसले को लेकर आभार जताते हुए कहा कि दो दिन पहले कर्मचारियों ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य से मुलाकात कर बोनस देने और वेतन कटौती बंद करने की मांग की थी. यह अच्छी बात है, सरकार ने कमर्चारियों की मांगों को माना. मेघराज पंवार ने कहा कि कर्मचारी संगठनों ने सरकार से मांग की थी कि अगर सरकार या तो कर्मचारियों की मांगों को पूरा करे, नहीं तो सचिवालय में स्थत राष्ट्रपिता महात्मा गांघी की प्रतिमा के समक्ष अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ जाएगे.
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लेकिन सरकार ने आंदोलन की चेतावनी की समय अवधि खत्म होने से पहले ही उनकी मांगों को मान लिया. ऐसे में अब कमर्चारी संघ गांधी जी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर सरकार के फैसले का स्वागत कर रहे हैं. उधर सचिवालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष देवेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सरकार ने देर से ही सही, लेकिन उसने कर्मचारियों की मांगों को माना. इसके बाद ना केवल सचिवालय के बल्कि प्रदेश के साढ़े सात लाख कर्मचारी को यह राहत है.