जयपुर.टोंक जिले के बीसलपुर बांध से 256 गांव के 81,800 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई के लिए नहरों में पानी प्रवाहित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आए किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दूरभाष पर वार्ता की और किसानों की मांग पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
उल्लेखनीय है कि बीसलपुर से सिंचाई के पानी की मांग को लेकर 11 नवंबर को देवत माता छाण पर किसान सभा का आयोजन कर धरना दिया गया था. बीसलपुर से सिंचाई के पानी की मांग को लेकर किसान दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टोंक जिले के बीसलपुर बांध से सिंचाई के लिए नहरों में पानी प्रवाहित करने के संबंध में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट से चर्चा कर समुचित कार्रवाई का विश्वास दिलाया है. जाट ने कहा कि बीसलपुर में पर्याप्त पानी के बावजूद सिंचाई के लिए जल मुहैया नहीं कराया जा रहा है.
किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने मुख्यमंत्री से कहा कि बीसलपुर बांध में पीने के पानी के अतिरिक्त सरसों और चना की फसलों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है. इसी मुद्दे को लेकर रामपाल जाट ने 18 नवंबर को मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा था. इसके बाद ही मुख्यमंत्री ने किसान महापंचायत के अध्यक्ष से वार्ता शुरू की.
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पत्र में तथ्यों के अनुसार इस वर्ष बीसलपुर बांध में 24.311 टीएमसी पानी उपलब्ध है, जो कुल भराव 33.15 टीएमसी का 73.33 फीसदी है. इस फीसदी के अनुसार 5.85 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए आरक्षित है. जिला कलेक्टर टोंक की अध्यक्षता में 9 अक्टूबर को बांध संबंधी बैठक में सिंचाई के लिए 4 टीएमसी पानी देना स्वीकार करते हुए निर्णय के लिए राज्य स्तर पर अनुरोध किया गया था.