जयपुर. नाइजीरिया के युवक के सफल हृदय वॉल्व ऑपरेशन पर सीएम गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने SMS परिवार को शुभकामनाएं दी है. 19 साल के नाइजीरियन मरीज के हार्ट के वॉल्व के सफल ऑपरेशन को सवाई मानसिंह अस्पताल मेडिकल टूरिज्म हब की पहचान में बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है.
पढ़ें- REET Exam: राजधानी में आज से थ्री टियर व्यवस्था, 5 अस्थाई और 24 क्लस्टर बस स्टैंड
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हाल ही एसएमएस मेडिकल कॉलेज के CTVS विभाग में नाइजीरिया के एक 19 वर्षीय हृदय रोगी का हृदय वॉल्व बदलने के लिए ऑपरेशन किया गया है. मैं इस उपलब्धि के लिए हृदय शल्य चिकित्सा टीम और पूरे एसएमएस परिवार को शुभकामनायें देना चाहता हूं.
उन्होंने आगे लिखा कि यह मरीज पिछले 6 वर्षों से हृदय रोग से पीड़ित था और यह शल्य चिकित्सा सुविधा उसके देश में उपलब्ध नहीं है. सर्जरी के बाद रोगी स्वस्थ, तंदुरुस्त है व उसे आगे के निर्देशों के साथ छुट्टी दे दी गई है. एसएमएस में किया गया यह ऑपरेशन राज्य में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ाने का सराहनीय प्रयास है.
सीएम गहलोत ने कहा कि अब तक राजस्थान दुनिया भर के लोगों के लिए पर्यटन के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य रहा है. अब हम एक मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में भी विकसित होने लगे हैं. यह सर्जरी इसी दिशा में एक और बढ़ता हुआ कदम है और इसके लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज पुनः बधाई का पात्र है.
बता दें कि सवाई मानसिंह अस्पताल अब मेडिकल टूरिज्म का हब बनता जा रहा है. अस्पताल के कार्डियक सर्जरी विभाग ने एक 19 साल के नाइजीरियन मरीज जिसका हृदय सिर्फ 30 फीसदी ही काम कर रहा था. चिकित्सकों ने हार्ट के वॉल्व का सफल ऑपरेशन कर बड़ा कीर्तिमान रचा.
पढ़ें-REET Exam 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली ने दी 'फाइनल' जानकारी..रीट अभ्यर्थी ध्यान से पढ़ें
जानकारी के अनुसार नाइजीरिया के गोम्बी शहर के रहने वाले अब्दुल्ला का दिल सिर्फ 30 फीसदी ही काम कर रहा था. मरीज का दिल फुलकर फुटबॉलनुमा हो चुका था. इसके अलावा मरीज पिछले 6 महीनों से सांस फूलने की बीमारी से भी पीड़ित था. जब मरीज को अस्पताल में लाया गया तो वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. जब मरीज की जांच की गई तो उसमें सिवियर माइट्रल रिगर्जिटेशन पाया गया जो एक दिल से जुड़ी बीमारी होती है.
इसके अलावा दिल के मुख्य वॉल्व में भी परेशानी देखने को मिली. ऐसे में अस्पताल में भर्ती होने के बाद मरीज का तुरंत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया और ऑपरेशन किया गया.