जयपुर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज मंत्रिपरिषद (Gehlot Cabinet Meeting) की ओपन बैठक बुलाई. सीएम निवास पर हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टर भी शामिल रहे.
मंत्रिपरिषद की ओपन बैठक में सीएम गहलोत (CM Gehlot on Corona) ने विशेषज्ञों से देश के साथ-साथ प्रदेश की कोरोना की स्थिति के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही सीएम गहलोत (CM Gehlot on central government) ने केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई कोरोना की एडवाइजरी को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से लगातार (CM Gehlot on Corona Booster Dose) बूस्टर डोज को लेकर केंद्र को पत्र लिखा जा रहा है.
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यह अच्छी बात है कि सरकार ने बूस्टर डोज का नाम बदलकर प्रिकोशन रखा और दूसरी डोज के बाद यह वैक्सीन लगाने की अनुमति दी, लेकिन केंद्र सरकार ने जो 9 महीने का दायरा निर्धारित किया है वह समझ से परे है. जिस व्यक्ति के दूसरी डोज लगी है. उसके 9 महीने के बाद ही प्रिकॉशन डोज लगेगी यह समय गैप का क्या मापदंड है. किस तरह केंद्र ने यह समय सीमा निर्धारित किया है. मुझे लगता है कि केंद्र के पास वैक्सीन की कमी है. इसलिए उन्होंने बड़ी चालाकी से यह बीच का रास्ता निकाल दिया.
न्यू ईयर पर नहीं होगी कोई सख्ती
कैबिनेट की ओपन बैठक के दौरान पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि न्यू ईयर को लेकर राजस्थान में सभी होटल पहले से ही बुक हो चुके हैं, ऐसे में राज्य सरकार की ओर से अगर कोई नई गाइडलाइन जारी होती है तो उसका क्या होगा. इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमें आपके विभाग की चिंता है. आप निश्चिंत रहिए आपकी इनकम में कोई कमी नहीं होने देंगे. सरकार न्यू ईयर पर किसी तरह की कोई सख्ती नहीं करने जा रही है.
उन्होंने कहा कि दूसरी डोज लगाने के लिए जो सख्ती राज्य सरकार करने जा रही है वह फरवरी से करेगी. आम जनता को 1 महीने का वक्त देंगे कि वह दूसरी दौज लगवा ले नहीं तो हमें अन्य राज्यों की तरह सख्त कदम उठाने पड़ेंगे.