जयपुर. यूपी में चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल की चर्चा गुरुवार को राजस्थान राजभवन में हुए एक कार्यक्रम के दौरान भी हुई, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका जिक्र किया और व्यंग्यात्मक तरीके से यह कह दिया कि हमें तो लगा कि इस उथल-पुथल में हमारे गवर्नर वहां न पहुंच जाएं. राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र की कॉफी टेबल बुक के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह बात कही. इस दौरान उन्होंने राज्यपाल की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की.
कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पिछले दिनों सुना उत्तर प्रदेश में उथल-पुथल हो रही है, तो लगा कि हमारे राज्यपाल वहां ना पहुंच जाएं. अगर ऐसा हुआ तो हमें यहां शानदार और बड़ा विदाई समारोह करना पड़ेगा. गहलोत ने यह बात व्यंगात्मक तरीके से कही और यह भी कहा कि राजनीति में कब क्या हो जाए पता नहीं चलता. गहलोत ने इसके पीछे उदाहरण भी दिया कि प्रतिभा सिंह हमारे यहां राज्यपाल हुआ करती थीं बाद में वह राष्ट्रपति बन गईं किसी ने सोचा भी नहीं था.
राज्यपाल मृदुभाषी और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी हैंः गहलोत
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्यपाल मृदुभाषी और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी हैं और उनकी कार्यशैली सभी से हटकर है. गहलोत ने कहा कि इनका लंबा राजनीतिक जीवन रहा है और सभी राजनीतिक दलों के राजनेताओं की ओर से समान रूप से इनको सम्मान भी मिला है. गहलोत ने कलराज मिश्र को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पुस्तक के शीर्षक में ही 'मैं' को सबसे अंत में स्थान दिया गया है जो मिश्र की सादगी और सोच को दर्शाता है.