जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अपराध के खिलाफ राज्य सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की रही है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में आंतरिक सुरक्षा के समक्ष चुनौती उत्पन्न करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता और चौकसी बरती जाए .
गहलोत मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर गृह विभाग के साथ बैठक में आंतरिक सुरक्षा से (CM Ashok Gehlot review the topics related to internal security ) जुड़े विभिन्न विषयों की समीक्षा की. उन्होंने इस दौरान प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में कानून-व्यवस्था की स्थिति, मादक पदार्थों, जाली नोट, हथियारों आदि की तस्करी रोकने सहित अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों पर सख्ती से अंकुश लगाने के निर्देश दिए. आपसी समन्वय से सूचना आदान प्रदान होः मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति सामरिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है. हमारे बड़े भू-भाग से भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा गुजरती है. पिछले कुछ सालों में सीमावर्ती जिलों में क्रूड ऑयल निकलने, रिफाइनरी, सोलर पावर प्लांट के साथ विंड एनर्जी इकाइयों की स्थापना के कारण औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियां काफी बढ़ी हैं. बेहतर सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी के कारण यहां लोगों का आवागमन भी बढ़ा है. इसके चलते इस क्षेत्र में विशेष निगाह रखे जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं का असर विकास गतिविधियों पर पड़ता है . नागरिक प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सेना और बीएसएफ के साथ सतत् सम्पर्क और समन्वय बनाए रखकर सूचनाओं का नियमित आदान-प्रदान करें.