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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धार्मिक स्थल खोलने को लेकर दिया बड़ा बयान

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में रविवार को वैक्सीनेशन सहभागिता को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस हुई. जिसमें सभी पार्टियों के नेता, विधायकों और मंत्रियों ने भाग लिया. बैठक में सीएम गहलोत ने धार्मिक स्थल खोलने पर जल्द विचार करने की बात कही.

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सीएम गहलोत ने धार्मिक स्थल खोलने पर जल्द विचार करने की बात कही

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Published : Jun 20, 2021, 8:29 PM IST

जयपुर.राजस्थान में वैक्सीनेशन सहभागिता को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों के साथ वर्चुअल संवाद में कांग्रेस में चल रही उठापटक का असर भी दिखा. बैठक में निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि राज्य के सभी 13 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मुख्यमंत्री के साथ है. मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थल खोले जाने के मामले में भी जल्द ही फैसला लिए जाने के संकेत दिए.

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वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी विधायक, सांसद, समाजसेवी संगठन के प्रतिनिधि, अधिकारियों और मंत्रिमंडल के सदस्य शामिल हुए. निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बोलने का मौका मिला तो उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 13 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मुख्यमंत्री के साथ है. गौड़ का ये बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायक और 13 निर्दलीय विधायक आगामी 23 जून को सामूहिक बैठक करने वाले हैं. उसके पह निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ का यह बयान उसी रणनीति का एक हिस्सा बताया जा रहा है.

वैक्सीनेशन सहभागिता को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस

कमियां बताना आलोचना नहीं होती

बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर राजस्थान ने बेहतर काम किया है. लेकिन जब वैक्सीन की कमी आई तो हमने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा ताकि प्रदेश की वास्तविक स्थिति वहां तक जाएं और केंद्र की ओर से कोई कमी है तो उसमें सुधार हो. सीएम ने कहा हम भारत सरकार को चिट्ठी लिखते हैं तो वह फीडबैक है आलोचना नहीं. सरकारी, गैर सरकारी हर व्यक्ति ने संकटकाल में भागीदारी निभाई है, राजनीति तो जिंदगी भर होती रहेगी. हम लोग माइंड नहीं करते केवल आगाह करते हैं.

बच्चों के वैक्सीनेशन का ट्रायल चल रहा है

गहलोत ने कहा कि वैक्सीन की कमी है तो केंद्र को सूचना दी ही जाएगी. लेकिन कुछ लोग इसे आलोचना के रूप में ले लेते हैं. 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के निशुल्क वैक्सीनेशन के लिए हमने मांग की जो सही थी. सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री ने बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए अभी से तैयारियों पर जोर भी दिया. उन्होंने कहा कि 2 से 17 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन का ट्रायल चल रहा है. जो 2 महीने में पूरा होगा.

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अशोक गहलोत ने कहा कि अभी केवल धर्म ही इंसानियत है. लेकिन जल्द ही धार्मिक स्थल खोलने पर हम विचार करेंगे. इस मौके पर यह भी घोषणा की गई कि 80 फीसदी से ज्यादा वैक्सीनेशन जिन पंचायतों में हो गया है उनको 50 लाख रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे विकास कार्यों के लिए.

वैक्सीन की बर्बादी बड़ा बयान

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में वैक्सीन की बर्बादी की खबरें गलत हैं. हमें बदनाम किया जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी वैक्सीन बर्बादी की खबरों के आधार पर पत्र लिख दिया. लेकिन पत्र लिखने से पहले कम से कम वो हमसे ही पूछ लेते. गहलोत ने कहा कि हमारे यहां साढ़े 11 लाख वैक्सीन की बर्बादी बताई गई. जबकि दूसरे राज्यों में केवल प्रतिशत में आंकड़े दिए गए.

बलवान पूनिया ने विधायक फंड का मामला उठाया

भाजपा के बाद अब माकपा ने भी वैक्सीनेशन के लिए विधायक फंड से ली गई राशि वापस लौटने की मांग की है. माकपा विधायक बलवान पूनिया ने वैक्सीनेशन को लेकर सुझाव दिए और कहा कि विधायक फंड से लिए गए 3 करोड़ रुपये में से ढाई करोड़ रुपये विकास कार्यों के लिए खर्च करने की मंजूरी दी जाए. भाजपा की ओर से प्रतिपक्ष के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि आप वैक्सीनेशन का रोडमैप बताएंगे. लेकिन आपने गाथा गा दी.

डोटासरा की फिसली जुबान

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की जुबान फिसल गई. उन्होंने राजस्थान के सभी 25 सांसदों को एनडीए में शामिल बता दिया. जबकि आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने काफी समय पहले खुद की पार्टी को एनडीए से अलग कर लिया था. वहीं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग को आरएलपी विधायक के तौर पर संबोधित किया. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने भी वैक्सीनेशन पर जोर देने की बात कही.

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