जयपुर. कोरोना वायरस को लेकर भले ही राजनीतिक पार्टियां राजनीति नहीं करने की बात कह रही हो, लेकिन जिस तरह से राजनेताओं के बयान आ रहे हैं उससे ऐसा नहीं लग रहा है. एक दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी के मजदूरों से मिलने पर सवाल खड़ा किया था. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका पलटवार किया है.
सीएम गहलोत ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने जिस तरह से कल राहुल गांधी के मजदूरों से मिलने पर सवाल खड़े किए, उससे ये साफ समझ आता है कि ना केवल निर्मला सीतारमण बल्कि बीजेपी की ये ओछी मानसिकता का परिचायक है. उन्होंने कहा कि इसका जितना खंडन किया जाए उतना कम है. विपक्ष अपना धर्म निभा रहा है और सत्ता पक्ष इससे बौखला रहा है.
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गहलोत ने कहा, राहुल गांधी के मिलने मात्र से सत्ता पक्ष इतना बौखला गई कि पता नहीं क्या-क्या कमेंट कर रही थी. उन्होंने कहा कि विपक्ष अपना धर्म निभा रहा है. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने कोई कमेंट नहीं किया और ना ही कोई आलोचना प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए की. राहुल गांधी मीडिया से बात कर रहे हैं और कोरोना से निपटने के लिए सलाह दे रहे हैं, उसके बाद सरकार उनकी बातों को मानें या नहीं मानें उनके ऊपर है. उन्होंने कहा कि सलाह देना विपक्ष का धर्म होता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में जो कमेंट आते हैं उससे दूसरे को प्रेरणा लेना चाहिए. दुनिया जानती है कि संकट में पक्ष-विपक्ष एक साथ आकर इस बड़ी लड़ाई में जंग लड़ रही है. इस मौके पर वित्त मंत्री ने जो कमेंट किया, ये भाजपा की ओछी मानसिकता का परिचायक है.
गहलोत ने कहा कि भाजपा को राहुल गांधी की आलोचना के बजाए उनसे सलाह लेना चाहिए. सीएम गहलोत ने कहा कि हम फिर कह रहे हैं कि कोरोना से मिल कर लड़ना होगा. उन्होंने कहा कि सब मिल कर लड़ेंगे तब ही जीत पाएंगे. उनका कहना है कि केंद्र सरकार जिस तरह से विपक्ष का सहयोग चाहते हैं, विपक्ष उसके लिए तैयार है.