जयपुर.अयोध्या में राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला कभी भी आ सकता है. ऐसे में कानून व्यवस्था को लेकर सभी राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. प्रदेश में संभावित फैसले से किसी प्रकार की कोई कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े इसको लेकर सीएम अशोक गहलोत गंभीर हैं.
राम मंदिर पर न्यायपालिका का फैसला होता है सर्वोपरि : अशोक गहलोत सीएम ने बुधवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक की तो वहीं गुरुवार को कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस के माध्यम से कानून व्यवस्था का जायजा लिए. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका का फैसला सर्वोपरि होता है. जनता को लोगों के बहकावे में नहीं आकर फैसले का स्वागत करना चाहिए. सीएम ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ये सुनिश्चित हो कि प्रदेश में भाईचारा और सद्भाव बना रहे.
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सीएम ने कहा कि मुझे उम्मीद है, सभी वर्ग और समुदाय के लोग समझदार हैं, बाकी पुलिस की ड्रिल चल रही है और चलती रहेगी. ऐसी कोई बात नहीं है, जिससे तनाव पैदा होगा. सीएम ने कहा की गृह विभाग की सोशल मीडिया पर भी पूरी नजर रहेगी ताकि कोई भड़काऊ बात नहीं कहे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो. उन्होंने कहा कि अयोध्या का मामला 25 से 30 साल से चल रहा है, इसलिए देश की जनता की चिंता करनी चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी आपसी समन्वय बनाए रखें. समाज के प्रतिष्ठित लोगों धार्मिक संगठनों तथा शांति समितियों के संपर्क में रहकर और उन्हें विश्वास में लेकर सामाजिक सद्भाव और भाईचारा बनाए रखें.