जयपुर. जिला कलेक्ट्रेट में एक अनोखा मामला सामने आया. पावटा पंचायत समिति के एक गांव के लोग महिला को निर्विरोध सरपंच चुनना चाहते हैं, लेकिन एसडीओ ने उसी महिला का नाम मतदाता सूची में जोड़ने का दावा खारिज कर दिया. इसी सिलसिले में गांव के सैकड़ों लोग जिला कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वितीय से मिलने पहुंचे.
सरपंच प्रत्याशी का नाम मतदाता सूची में जोड़ने का दावा खारिज पावटा पंचायत समिति के गांव भोनावास के ग्रामीणों ने सरपंच के लिए अंजू अग्रवाल का नाम चुना है. वह सरपंच का निर्विरोध चुनाव करना चाहते हैं. भोनावास गांव में इस बार सरपंच की सीट जनरल महिला के लिए आरक्षित थी. इसलिए ग्रामीणों ने आपस में मशवरा कर सरपंच पद के लिए अंजू अग्रवाल का चुनाव किया है. अंजू अग्रवाल जयपुर में भी रहती हैं. उनका कहना है कि उनके बच्चे जयपुर में रहते हैं, इसलिए वे कुछ दिन जयपुर रहती हैं और कुछ दिन भोनावास गांव में.
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अंजू अग्रवाल ने बताया कि ग्रामीणों के निर्विरोध चुनने की बात होने के बाद उसने अपना नाम जयपुर की वोटिंग लिस्ट से कटवा लिया और भोनावास गांव की वोटिंग लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया. लेकिन एसडीओ ने यह आवेदन खारिज कर दिया.
वहीं एसडीओ का कहना है कि अंजू अग्रवाल गांव में नहीं रहती हैं. इसी तरह भोनावास गांव के ग्रामीण उपसरपंच पद के लिए का चुनाव भी निर्विरोध करना चाहते हैं. उपसरपंच के लिए ग्रामीणों ने घनश्याम गोयल का नाम तय किया है. घनश्याम के साथ भी इसी तरह की समस्या है. घनश्याम गोयल पावटा में रहते हैं. उन्होंने भी भोनावास गांव की वोटिंग में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया, लेकिन उनका आवेदन भी एसडीओ ने खारिज कर दिया. इसी का विरोध जताने के लिए सैकड़ों ग्रामीण जिला कलेक्टर पुरुषोत्तम शर्मा से मिलने पहुंचे थे.