जयपुर.जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट सुरक्षा में सीआईएसएफ में अपने 21 साल पूरे होने पर प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया है. 3 फरवरी 2000 को पहली बार सीआईएसएफ ने एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था संभाली थी. कंधार हाईजैक के बाद सीआईएसएफ को सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. देश में पहली बार किसी एयरपोर्ट पर जयपुर में सीआईएसएफ लगाई गई थी. जयपुर एयरपोर्ट पर झंडारोहण और केक कटिंग सेरिमनी का आयोजन किया गया. कोरोना जागरुकता और सीआईएसएफ की सुरक्षा जागरूकता को लेकर बाइक रैली भी निकाली गई. इस दौरान मुख्य सचिव निरंजन आर्य और डीजी जेल राजीव दासोत ने झंडारोहण कर तिरंगे को सलामी दी. इसके बाद सीआईएसएफ के 21 वर्ष पूरे होने पर केक कटिंग सहित अन्य रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस मौके पर जयपुर एयरपोर्ट निदेशक जयदीप सिंह बलहारा और कमांडेंट वाईपी सिंह मौजूद रहे.
राजस्थान सरकार में मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने सीआईएसएफ के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि सीआईएसएफ की संरक्षा और सुरक्षा एयरपोर्ट के लिए अहम मानी जाती है. भारत देश में सीआईएसएफ औद्योगिक, एयरपोर्ट ही नहीं स्मारकों सहित सरकारी अहम कार्योलयों का भी सुरक्षा का जिम्मा उठा रही है. कह सकते हैं कि सीआईएसएफ सुरक्षा के साथ मानवीय सकारात्मक जिम्मेदारी का भी निर्वहन कर रही है. डीजी जेल राजीव दासोत ने बताया कि सीआईएसएफ अनुशासन, सुरक्षा और अहम जिम्मेदारिया भी निभा रही है. कोविड-19 के दौरान सीआईएसएफ ने एयरपोर्ट पर आने जाने वाले यात्रियों के बीच में रहकर सुरक्षा का निर्वहन किया है. इसके साथ ही सीआईएसएफ का एयरपोर्ट पर सुरक्षा की जिम्मेदारी आना वर्ष 1999 में आतंकवादियों द्वारा फ्लाइट को हाईजैक कर कंधार ले जाया गया था, जिसे रोकने के लिए एयरपोर्ट पर ऐसी कोई सुरक्षा एजेंसी नहीं होने से नई सुरक्षा एजेंसी की जरूरत पड़ी. इस घटनाक्रम के बाद सरकार ने एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ को चुना, जो कि बहुत ही अहम था.