जयपुर.शहर में मंगलवार को सचिवालय में सामाजिक लेखा परीक्षा, जवाबदेही एवं पारदर्शिता सोसायटी की शासी निकाय की द्वितीय बैठक आयोजित हुई. इस दौरान मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने उच्चाधिकारियों को वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण कार्य के लिए अंकेक्षण दलों को उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था कराएं. जिससे विकास कार्यों में पारदर्शिता आए. उन्होंने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण से ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की विकास योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन होगा.
मुख्य सचिव आर्य ने शासी निकाय की प्रथम बैठक की कार्रवाई विवरण का अनुमोदन करते हुए उसमें हुए 10 निर्णयों की अनुपालना पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट का सारांश विधानसभा में प्रस्तुत किए जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया.
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बैठक में सोसायटी की कार्यविधि नियमावली, शक्तियों की अनुसूची (एसओपी), संसाधन व्यक्तियों के चयन विनियम 2020, वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन 2019-20 का अनुमोदन किया. इस अवसर पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना का सामाजिक अंकेक्षण प्रारंभ कराने का भी निर्णय लिया गया.
अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग रोहित कुमार सिंह ने बताया कि सामाजिक अंकेक्षण से स्वीकृत कार्यों और योजनाओं से संबंधित रिकॉर्ड और लेखों की जांच पड़ताल की सुविधा मिल सकेगी. जिससे विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी, धन का दुरूपयोग और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और गांव के विकास में मदद मिलेगी.