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महात्मा गांधी का जीवन दर्शन व्यापक, उन पर जितना कार्य किया जाए उतना कम: मुख्य सचिव निरंजन आर्य

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन दर्शन इतना व्यापक है कि उनके जीवन दर्शन पर जितना कार्य किया जाए कम है. वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी जी के सिद्धान्त, आदर्श और उनकी शिक्षाएं और अधिक आवश्यक व प्रासंगिक हो गई हैं.

niranjan arya,  mahatma gandhi
मुख्य सचिव निरंजन आर्य

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Published : Mar 3, 2021, 1:05 AM IST

जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन दर्शन इतना व्यापक है कि उनके जीवन दर्शन पर जितना कार्य किया जाए कम है. वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी जी के सिद्धान्त, आदर्श और उनकी शिक्षाएं और अधिक आवश्यक व प्रासंगिक हो गई हैं. आर्य मंगलवार को सचिवालय में महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती वर्ष पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के संबंध में गठित राज्य स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे.

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बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्ष 2023 तक चलने वाले महात्मा गांधी के जीवन दर्शन और शिक्षाओं से सम्बन्धित आयोजित होने वाली गतिविधियों की जानकारी शान्ति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ सहित सभी गांधी वादी समितियों को भी होनी चाहिये. उन्होंने निर्देश दिए कि जिला एवं उपखण्ड स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों, संगोष्ठियों, प्रतियोगिताओं की जानकारी भी सभी गांधी दर्शन समितियों तक पंहुचनी चाहिए ताकि महात्मा गांधी के जीवन दर्शन का व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके.

शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना की घोषणा महत्वपूर्ण

मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट-2021 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर कई बड़ी घोषणाएं की हैं. जिनमें शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ को अपग्रेड कर शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि बजट में 'सर्वोदय परीक्षा' के आयोजन की घोषणा से छात्रों और युवाओं को गांधीजी के विचारों और उनके जीवन मूल्यों को समझने मे सहायता मिलेगी और गांधी जीवन दर्शन में उनकी रूचि बनेगी. आर्य ने कहा कि समितियों द्वारा प्राप्त सुझाओं के आधार पर 'शांति पुरस्कार' आरम्भ करने के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा भी की जाएगी.

मुख्य सचिव ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अन्तर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम चला कर महात्मा गांधी के पर्यावरण चिंतन को अमली जामा पहनाने के निर्देश भी दिए. उन्होेंने कहा कि मनरेगा के तहत पेड़ लगाने के निर्देश भी दिये गये हैं साथ ही इन पेड़ों पर ट्री गार्ड भी लगाये जाएं. कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा ने महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती वर्ष पर अभी तक हुए कार्यक्रयों तथा आगे होने वाले कार्यक्रमो के संबंध में सम्बंधित विभागों के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की.

मुग्धा ने बताया कि 12 मार्च से 15 अगस्त 2023 तक 75 हफ्तों तक राज्य में आजादी की अमृत महोत्सव यात्रा के अन्तर्गत अनेक गतिविधियों का संचालन होगा. उन्होंने बताया कि इसके अन्तर्गत राज्य में बिजोलिया, राजसमंद और डूंगरपुर में बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

गांधी दर्शन समितियों के सदस्यों ने दिए सुझाव

बैठक में फाउण्डर एवं चीफ पैट्रोन, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति एवं शान्ति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ एडवाइजरी समिति के सदस्य डी.आर.मेहता ने कहा कि गांधी जी के सेवा-पर्यावरण- आर्थिक विकेन्द्रीकरण को लेकर जन जागृति कार्यक्रम आयोजित होने चाहिये. समिति के ही दूसरे सदस्य एवं गांधीवादी विचारक धर्मवीर कटेवा ने सेन्ट्रल पार्क में गांधी संग्राहलय खोलने एवं ‘‘सर्वोदय परीक्षा‘‘ की बजट घोषणा का स्वागत किया.

हरिशचन्द्र माथुर लोक प्रशिक्षण संस्थान के प्रोजेक्ट कंसलटेंट एस.एस.बिस्सा ने सुझाव दिये कि महात्मा गांधी के जीवन दर्शन से मिथकों को तोड़ने वाले कार्यक्रम आयोजित करना आवश्यक है. उन्होंने स्कूलों में नियमित रूप से महात्मा गांधी पर बनी फिल्मों के प्रदर्शन एक क्लास गांधी विषय पर करने तथा कार्मिकों को भी महात्मा गांधी के जीवन मल्यों से परिचित कराने जैसे महत्पूर्ण सुझाव दिए.

समग्र सेवा संघ के अध्यक्ष सवाई सिंह, ग्राम भारती, आमेर की कुसुम जैन, शान्ति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ एडवाइजरी समिति के समन्वयक मनीष कुमार शर्मा, सेन्टर फॉर गांधीयन स्टडीज के निदेशक डॉ. राजेश कुमार शर्मा ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए.

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