जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी आए तो मैं 2 दिन चला गया, लेकिन मैं सदन में रहूं या नहीं रहूं, सदन में कौन क्या बोल रहा है मैं खुद पढ़ता हूं. जनता ने जिन उम्मीदों के साथ सरकार बनाई उस पर हम खरे उतरें यह हमारा दायित्व है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम जीत कर आते हैं तो पब्लिक प्रॉपर्टी के तौर पर होते हैं और पब्लिक का अधिकार सबसे पहले होता है. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि सत्तापक्ष के विधायकों ने विधायक कोष से मिली राहत सामग्री पर अपनी फोटो लगाई थी.
इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा सरकार का कोई आदेश नहीं था, यह लोकल लेवल पर हुआ हो सकता है. उन्होंने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर इशारा करते हुए कहा कि ऐसा उपनेता प्रतिपक्ष ने भी अपने क्षेत्र में किया है और राहत सामग्री पर अपनी फोटो छपवाई थी. इसका मतलब साफ है कि यह सरकार के आदेश नहीं थे, जैसा राजेंद्र राठौड़ ने किया वैसा कांग्रेस के भी कुछ विधायकों द्वारा किया हो सकता है. वहीं, जिस तरीके से नेता प्रतिपक्ष ने चुनाव एक साथ नहीं करवाने के चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल खड़े किए, उनका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के चुनाव हुए तो दो सीटें थीं. एक कांग्रेस जीत जाती, एक भाजपा जीत जाती. कभी ऐसा हुआ कि अलग-अलग डेट पर दोनों सीटों के चुनाव हुए. आपको ध्यान है कि मध्य प्रदेश में सकरार गिराई गई उस समय कोरोना चल रहा था. मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि हमने प्रधानमंत्री के लॉकडाउन के फैसले पर कभी सवाल नहीं खड़े किए. हमने तो खुद सबसे पहले लॉकडाउन किया था, बार-बार नेता प्रतिपक्ष बोलते हैं कि जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का नाम लेते हो, ये न आपका दोष है न मेरा.
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उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी का आजादी की लड़ाई में योगदान रहा और आपका नहीं. महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल ने अगर उस समय जंग लड़ी और उसके बाद में 50 साल तक एकछत्र कांग्रेस का राज रहा. इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और शहीद हुईं, राजीव गांधी शहीद हो गए. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा किसी विचारधारा के नाम पर तो आई नहीं, राम मंदिर के नाम पर आई है और हिंदुत्व के नाम पर आई है. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल नाम लेती है और हम काम करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार हमने गायों के लिए निदेशालय बनाया. हम हमारे नेताओं के नाम पर स्कीम लाते हैं तो आपके पेट में दर्द क्यों होता है, क्योंकि आपके पास तो अपने नेता है नहीं. हमारे नेता पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने तो 10 साल जेल में बताए थे तो आपके नेता सावरकर ने जेल से बाहर निकलने के लिए माफी मांगी थी.
सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार से की ये मांग... मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट अभिभाषण के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार कृषक कल्याण के लिए योजना में सहयोग नहीं कर रही है. हम चाहते थे कि बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन हो जाए, ताकि आगे दिक्कत ना आए. अब हमारे किसान को कोई दिक्कत नहीं आ रही, जबकि पहले जल्दबाजी करने वाले प्रदेशों में अब लगातार देरी हो रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, जिसमें 13 जिले कवर होंगे और इन 13 जिलों में जब तक पूर्वी राजस्थान में नहर परियोजना पूरी नहीं होगी पानी की दिक्कत बनी रहेगी. ऐसे में उन्होंने नेता प्रतिपक्ष कटारिया से कहा कि इसमें कोई राजनीति नहीं हो, जैसे हमने रिफाइनरी का दबाव हमारी सरकार होते हुए भी बनाया, आपके सांसद भी वही काम करें.
उन्होंने कहा कि राजस्थान से भाजपा के 25 सांसद हैं, भाजपा के एक बार भी सांसद ने प्रधानमंत्री को जिन्होंने दो बार वादा किया था कि इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे. आगर 16 राष्ट्रीय परियोजना चल रही है अगर इसे लागू करेंगे तो कितना लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें अगर आप लोगों को मुझे साथ लेकर चलने की जरूरत है तो मैं साथ चलने को तैयार हूं, प्रधानमंत्री के पास. इसी तरीके से उन्होंने भाजपा से राजस्थान में जल जीवन मिशन के लिए चल रही योजना में मिलकर केंद्र सरकार से राजस्थान के लिए 90-10 का अनुपात रखने की मांग करने को कहा है. उन्होंने कहा कि जैसे नॉर्थ ईस्ट में कर रखा है वैसा ही राजस्थान में हो. घर-घर पानी पहुंच जाएगा तो बेहतर होगा. इसमें भी भाजपा हमारा साथ दें. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना काल में किए हुए कामों को गिनाया तो वहीं पेट्रोल-डीजल वैट में कमी करने की बात को सदन में रखते हुए कहा कि राज्य सरकार के पास कोरोना जैसी विपदा के बाद अब कमाई का कोई सोर्स नहीं है. उसके बावजूद भी राज्य सरकार ने 2% वैट में कमी की है. वहींं, प्रदेश में एफआईआर लिखने की बाध्यता को उन्होंने मामले बढ़ने के साथ जोड़ा. उन्होंने कहा कि क्योंकि प्रदेश में हर मामले की एफआईआर लिखी जाती है, इसलिए अपराध के मामले ज्यादा दिखाई दे रहे हैं.