जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट कर कहा कि यूपीए-2 के कार्यकाल में क्रूड ऑयल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के बावजूद पेट्रोल-डीजल के दाम काबू में थे. अब क्रूड ऑयल की दरें लगातार बढ़कर कुछ ही दिनों में 80 डॉलर प्रति बैरल होने वाली हैं.
क्रूड ऑयल ऐसे ही बढ़ता रहा तो आम आदमी की कमर टूटना तय है. भारत सरकार को तत्काल कदम उठाकर विभिन्न एक्साइज ड्यूटी कम करके आम आदमी को राहत देनी चाहिये. गहलोत ने पेट्रोल, डीजल पर भारत सरकार ने विभिन्न प्रकार की एक्साइज ड्यूटी लगा रखी है, जिसमें राज्यों को शेयर भी नहीं मिलता है. आज राजस्थान में एक लीटर डीजल की कीमत 98.80 रूपये है, जिसमें भारत सरकार 31.80 रूपये ले रही है.
राज्य का VAT मात्र 21.78 रूपये है. कोविड-19 के बाद राज्यों की खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए भारत सरकार को Additional Excise duty, Special excise duty, Agriculture सेस को घटाकर आम आदमी को राहत देनी चाहिये.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ट्वीट पढ़ें- राजस्थान पर 'पंजाब इम्पैक्ट' : सिद्धू के इस्तीफे से पायलट कैंप निराश..कैबिनेट विस्तार और बाकी फैसलों पर आलाकमान 'होल्ड मोड' पर
बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दामों में हो रही वृद्धि पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले भी कई बार केंद्र सरकार पर या आरोप लगा चुके हैं कि क्रूड ऑयल के दामों में कमी होने के बावजूद केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी करने की बजाए लगातार वृद्धि कर रही है. आरोप यह भी लगे हैं कि जब केंद्र में यूपीए सरकार थी उस वक्त क्रूड ऑयल 100 रुपये प्रति बैरल था, जबकि एनडीए की सरकार बनने के बाद क्रूड ऑयल 50 से 60 रुपये प्रति बैरल तक की कमी आ गई थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से अलग-अलग तरह की लिए जा रहे टैक्स में छूट देने की मांग की है.