जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज उस समय जबरदस्त हंगामा हो गया (Ruckus in Rajasthan Vidhan Sabha) जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने सदन में कैबिनेट के किसी भी मंत्री के बहस के दौरान मौजूद नहीं होने पर सवाल खड़े कर दिए. इस दौरान संयम लोढ़ा का साथ देने के लिए उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी खड़े हो गए, जिन्होंने कहा कि इस बात से सरकार की गंभीरता का पता चलता है कि न कोई कैबिनेट मंत्री नोट करने के लिए मौजूद है न ही कोई अधिकारी विधायकों की बात को नोट कर रहा है.
जब यह बहस चल रही थी उस समय राजाखेड़ा से विधायक रोहित बोहरा मंत्री शांति धारीवाल की सीट पर बैठे थे, जिन्होंने कागज ऊपर करते हुए कहा कि मैं सारी बातें नोट कर रहा हूं. इस पर राजेंद्र राठौड़ और ज्यादा नाराज हो गए और बोले कि आप एक साधारण विधायक हैं, आप मंत्री की कुर्सी पर बैठे कैसे हैं. ऐसे तो मैं भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ जाऊंगा, क्या सदन की भी कोई गरिमा है या नहीं. राजेंद्र राठौड़ रोहित बोहरा पर (Rajendra Rathore Furious on MLA Rohit Bohra) इतने ज्यादा नाराज हुए कि उन्होंने सभापति से यहां तक कह दिया कि इन्हें अपनी सीट पर भेजा जाए, नहीं तो मैं इसके खिलाफ सदन में धरना दूंगा.
इस पर सभापति ने रोहित बोहरा को अपनी सीट पर जाने को कहा, जो तुरन्त चले गए. वहीं, इसके बाद भी संयम लोढ़ा ने अपनी नाराजगी जारी रखते हुए कहा कि मैंने मंत्री शांति धारीवाल को सिरोही जाने के लिए कहा था, लेकिन उन्हें इसका समय नहीं मिला. संयम लोढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब अगली बार मुख्यमंत्री बनेंगे तो आप स्वायत्त शासन मंत्री होंगे, लेकिन आपके तुगलकी आदेशों से हमारे क्षेत्र की व्यवस्था खराब हो गई है.