जयपुर: कोरोना ने कोहराम मचा रखा है. मानवता के दुश्मन दवाइयों की कालाबाजारी तक कर रहे हैं. बाजार में दवाइयों के 4 से 5 गुना ज्यादा दाम वसूले जा रहे हैं. ऐसे में जयपुर के वैशाली नगर स्थित गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने परेशान लोगों को राहत देने का बीड़ा उठाया है. गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने ऐसे मेडिकल स्टोर की स्थापना की है , जहां सभी तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं.
गुरुद्वारे में चल रहा मेडिकल स्टोर नो लॉस, नो प्रॉफिट पर दवाइयां उपलब्ध
सभी जाति, धर्म वर्ग के लोगों को नो लॉस, नो प्रॉफिट पर दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है. जिस दवा की कीमत बाजार में 100 रुपए है , वह दवाई आपको इस मेडिकल स्टोर पर महज 40 से 50 रुपए में मिलेगी. यानी जिस दर पर इस दवा को खरीदा जा रहा है , उसी दर पर इस दवा को आम उपभोक्ता को उपलब्ध कराया जा रहा है.
कम दाम में दवाइयां उपलब्ध कराने का उद्देश्य
गुरुद्वारा के रागी ज्यानी हीरासिंह बताते है कि मेडिकल की स्थापना के पीछे यही एक उद्देश्य है कि लोगों को बहुत कम दामों में दवाइयां उपलब्ध हो सके. इस मेडिकल स्टोर पर किसी तरह का कोई फ्रॉफिट नहीं कमाया जाता.
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बाजार से आधी से भी कम कीमत पर दवाइयां
जिस कीमत में दवा आती है, उसी कीमत में लोगों को यह उपलब्ध कराई जाती है. यहां पर मिलने वाली दवा की कीमत और बाजार से खरीदी जाने वाली दवा की कीमत में 50 से 60 फीसदी का अंतर आता है.
50-60 फीसदी सस्ती दवाएं दी जा रहीं डिमांड के मुताबिक बढ़ा रहे स्टॉक
हीरासिंह ने बताया कि 24 मई से इस मेडिकल की शुरुआत हुई है. जैसे-जैसे दवाओं की डिमांड आ रही है, उसी हिसाब से दवाइयां मंगवाई जा रही है. कोई दवा उस वक्त उपलब्ध नहीं भी है तो शाम तक उन्हें दवा उपलब्ध करा दी जाती है. जरूरत के मुताबिक दवाइयों का स्टॉक बढ़ता जा रहा है. कोशिश यही है कि कोई भी व्यक्ति यहां से बिना दवाई के वापस नहीं जाए.
डॉक्टर की पर्ची लाने पर ही दवाई
मेडिकल स्टोर का जिम्मा संभाल रहे अमरजीव सेठी बताते हैं कि इसकी स्थापना पूरे नियम-कानूनों के तहत लाइसेंस लेकर की गई है. यहां पर किसी भी व्यक्ति को दवा तभी मिलती है, जब वह डॉक्टर की पर्ची लेकर आता है. कुछ नियम इसलिए लगाए गए हैं ताकि किसी तरह की कोई कालाबाजारी जैसी शिकायत नहीं हो. जिन नियमों के तहत मेडिकल स्टोर से दवाइयां उपलब्ध होती है , उन्हें नियमों के तहत यहां पर दवाइयां दी जाती है.
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जाति-धर्म, वर्ग विशेष का कोई बंधन नहीं...
अभी शुरुआत है. कोशिश की जा रही है कि धीरे-धीरे सभी तरह की दवाईयां इस मेडिकल स्टोर पर मिले और यहां पर किसी भी जाति, धर्म, वर्ग विशेष की कोई बाध्यता नहीं है. किसी भी व्यक्ति को किसी भी तरह की दवा की जरूरत है तो वह डॉक्टर की पर्ची लेकर आए और यहां से दवा ले जा सकता है.
मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म
गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी कई अलग-अलग तरह के सामाजिक सरोकार के कार्य करती आ रही है. मौजूदा वक्त में जब यह देखा गया कि लोगों को दवाइयों की वजह से खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को महंगे दाम पर दवाइयां बेची जा रही है , तब मेडिकल स्टोर की स्थापना का निर्णय लिया गया.