जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर कहा कि जिस तरीके से गांव में लगातार कोरोना विस्फोट बनता जा रहा है, वह घातक है. इसकी तीसरी लहर भी बहुत ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है. ऐसे में इस कोरोना को हराने के लिए एकमात्र उपाय है कि हम वैक्सीन अधिक से अधिक लगवाएं और इसके लिए जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा में व्यक्ति उपलब्ध कराई जाए.
केंद्र 20 कंपनियों को दे वैक्सीन बनाने का जिम्मा... मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना से मौतों को रोकने का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन है. करोड़ों की तादात में वैक्सीन बनानी पड़ेगी, अभी दो कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं. वह मांग के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रही हैं. ऐसे में जरूर है कि केंद्र सरकार इस बात को देखे कि दो कंपनियों की मोनोपॉलिसी काम में लेने की वजह 20 कंपनियों को वैक्सीन बनाने का काम दे. तब जाकर लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो पाएगी.
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सीएम गहलोत ने कहा कि वैक्सीन के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर है. सबसे ज्यादा वैक्सीन अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में लगाई गई है, लेकिन अब वैक्सीन की उपलब्धता नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि हमने सरकार से मांग करी थी कि टीकाकरण अब तक केंद्र सरकार कराता आ रहा है. ऐसे में वैक्सीन का काम भी कराए, लेकिन केंद्र सरकार ने हमारी मांग को नहीं माना, फिर भी हमने प्रदेश के युवाओं को लगने वाली वैक्सीन को फ्री किया है. लेकिन जरूरी है कि वैक्सीन हमें पर्याप्त उपलब्धता के साथ मिले. अभी जो कंपनियां देश में वैक्सीन लेकर आ रही हैं, वह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने में नाकाम रही हैं.
ऐसे में केंद्र सरकार को चाहिए कि वह दो कंपनियों की मोनोपॉलिसी को खत्म करके 20 कंपनियों को बनाने का काम दे. आने वाले दिनों में संक्रमण गांव में तेजी से फैल रहा है. अगर उसे रोकना है तो उसके लिए जरूरी है कि हम टीकाकरण अभियान को तेजी से आगे बढ़ाएं और प्रत्येक व्यक्ति तक टीका लगाने के लिए पहुंचे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं खुद कोरोना पॉजिटिव हो गया हूं, लेकिन मैंने पहले ही वैक्सीन लगवा ली थी. इसलिए कोरोना ने मुझे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया है. कोरोना से बचने का एकमात्र तरीका है वैक्सीन और इसके लिए जरूरी है कि वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता हो.