जयपुर.डूंगरपुर में उपजे उपद्रव को देखते हुए राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी. जिसके बाद केंद्र सरकार ने रैपिड एक्शन फोर्स की दो टुकड़ियां डूंगरपुर भेजी हैं. साथ ही महाराणा प्रताप बटालियन के साथ जयपुर, कोटा और बारां से एसटीएफ, हाड़ी रानी बटालियन और आरएसी की कंपनियों को डूंगरपुर भेजा गया है. विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए राजधानी जयपुर से 10 आईपीएस और 24 से अधिक आरपीएस अधिकारियों को भी डूंगरपुर भेजा जा चुका है.
फिलहाल नियंत्रण में स्थिति...
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि डूंगरपुर में उपजे उपद्रव के बाद फिलहाल स्थितियां नियंत्रण में हैं. हालांकि प्रदर्शनकारी और उपद्रवी अभी पहाड़ियों और सड़कों के आसपास जमे हुए हैं. जिनसे समझाइश का पूरा प्रयास किया जा रहा है. कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौके पर भेजा जा चुका है. साथ ही महाराणा प्रताप बटालियन की 12 कंपनियां, एसटीएफ की 2 कंपनियां, केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई आरएएफ की दो कंपनियां और तीन अन्य कंपनियां कोटा, बूंदी और टोंक से भिजवाई गई हैं.
कई बड़े अधिकारियों को भेजा गया डूंगरपुर...
पुलिस के ऐसे अधिकारी जो पूर्व में डूंगरपुर और उदयपुर में तैनात रह चुके हैं, उन्हें स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए जयपुर से डूंगरपुर, खेरवाड़ा व अन्य प्रभावित इलाकों में भेजा गया है. इसके साथ ही डीजी क्राइम एमएल लाठर के सुपरविजन में दो एडीजी के साथ डीआईजी और एसपी स्तर के अधिकारियों को डूंगरपुर भेजा गया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही कानून व्यवस्था की स्थिति डूंगरपुर में सामान्य हो जाएगी.
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बता दें कि शिक्षक भर्ती-2018 में खाली सीटों को ST कोटे से भरने की मांग को लेकर शुरू हुआ हिंसक आंदोलन रविवार को भी दिनभर जारी है. आंदोलनकारी पिछले 48 घंटे से भी ज्यादा समय से NH- 8 पर कब्जा जामकर बैठे हैं और पहाड़ियों से पुलिस के ऊपर रह-रहकर पत्थरबाजी कर रहे हैं. उपद्रवियों ने लूटपाट मचाना भी शुरू कर दिया है. उपद्रवियों ने खेरवाड़ा कस्बे की श्रीनाथ कॉलोनी स्थित कई घरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की. उपद्रव मचा रहे उपद्रवियों के आगे पुलिस भी बेबस नजर आ रही है.
प्रदर्शनकारियों की मांग...