जयपुर.भरतपुर का गुलाबी पत्थर काफी फेमस है. भरतपुर के गुलाबी पत्थर को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है. केंद्र सरकार ने गुलाबी पत्थर को खनन क्षेत्र से बाहर निकालने की मंजूरी दी है. केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में भरतपुर का गुलाबी पत्थर काम आ सकेगा.
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गुलाबी पत्थर को भरतपुर के पहाड़पुर वन एवं वन्यजीव अभ्यारण क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. अभ्यारण क्षेत्र में करीब 28 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को बाहर निकाला जाएगा. इसके बदले दूसरी ओर 198 वर्ग किलोमीटर नया क्षेत्र शामिल किया जाएगा. प्रक्रिया पूरी होने के बाद खान विभाग गुलाबी पत्थर खनन क्षेत्र में खानों का आवंटन करेगा.
बता दें, राज्य सरकार ने अवैध खनन पर कार्रवाई की थी, जिसकी वजह से अयोध्या के लिए पत्थर की आपूर्ति बंद हो गई थी. गुलाबी पत्थर की मांग अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए हो रही है. विभिन्न संगठनों की ओर से भी खनन चालू करने की मांग की गई थी ताकि राम मंदिर के लिए भी पत्थर की आपूर्ति हो. इसके साथ ही राज्य सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी.
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जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने खनन क्षेत्र को अभ्यारण से बाहर निकालने का प्रस्ताव जिला कलेक्टर के माध्यम से मंगवाया था. जिसे स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड ने मंजूरी दी है. इसके बाद केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया.
राज्य के वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इसके बाद हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने भी खुशी जाहिर की है.