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जयपुरः छोटे बच्चों पर सबसे ज्यादा पड़ रहा गर्मी का असर, जेके लोन अस्पताल में बढ़ने लगे मामले

प्रदेश में बढ़ती गर्मी का सबसे अधिक असर छोटे बच्चों पर देखने को मिल रहा है. जयपुर के जेके लोन अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मामले आने लगे हैं. वहीं बच्चों में भी गर्मी के चलते सर्दी, खांसी, बुखार और उल्टी की शिकायतें देखने को मिल रही हैं.

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Published : Jun 18, 2020, 8:19 PM IST

Published : Jun 18, 2020, 8:19 PM IST

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जयपुर के जेके लोन अस्पताल में बढ़ने लगे हैं बच्चों के मामले

जयपुर. प्रदेश में पिछले कुछ समय से तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और राजस्थान के कुछ जिलों में तापमान 40 डिग्री से भी ऊपर पहुंच गया है. वहीं राजधानी जयपुर की बात करें तो यहां, करीब 1 सप्ताह से अधिक समय से तापमान लगभग 40 डिग्री या इससे ऊपर बना हुआ है. वहीं इस गर्मी का सबसे अधिक असर छोटे बच्चों पर देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से जयपुर के जेके लोन अस्पताल की ओपीडी में लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.

जयपुर के जेके लोन अस्पताल में बढ़ने लगे मामले

जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि, बदलते मौसम का सबसे अधिक असर छोटे बच्चों पर देखने को मिलता है. ऐसे में अब लॉकडाउन हटा है तो, लोग बाहर आने जाने लगे हैं. वहीं, प्रदेश का तापमान भी लगातार गर्म बना हुआ है. जिसके कारण छोटे बच्चे लगातार इसका शिकार हो रहे हैं. पिछले महीने में अस्पताल की ओपीडी में करीब 4 हजार से अधिक बच्चे रजिस्टर्ड किए गए थे. हालांकि, इस दौरान अस्पताल में लॉकडाउन का भी असर देखने को मिला था. वहीं, अब अस्पताल में सर्दी, खांसी, जुकाम, डायरिया और निमोनिया के मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. अस्पताल में अब तक 2 हजार से अधिक सर्दी, खांसी और जुकाम के मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 7 सौ के करीब डायरिया और 650 निमोनिया के केस अस्पताल में दर्ज किए गए हैं.

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वहीं, डॉ अशोक गुप्ता ने कहा है कि, अगर बच्चों को इन बीमारियों से बचाना है तो, उन्हें ज्यादा देर तक बाहर लेकर न जाएं. साथ ही बच्चों को भी तेज धूप में बाहर निकलने से रोकें और ध्यान रखे कि वो गर्मी की चपेट में न आएं. इसके अलावा बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए उन्हें अधिक से अधिक तरल पदार्थ पिलाएं.

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