जयपुर. राजधानी के दोनों नगर निगम सहित प्रदेश के 6 नवगठित निगमों में अप्रैल में चुनाव होंगे. इसके लिए सरकार ने तैयारी कर ली है. हालांकि, वार्डों के आरक्षण लॉटरी को लेकर निर्वाचन विभाग और स्वायत्त शासन विभाग के बीच टकराव की स्थिति बनती दिख रही है.
वार्डों के आरक्षण का मामला राज्य निर्वाचन आयोग ने स्वायत्त शासन विभाग को पत्र लिखकर वार्डों के आरक्षण 29 फरवरी तक निर्धारित करने को कहा है, जिससे 18 अप्रैल तक प्रदेश के नवगठित 6 नगर निगमों में चुनाव संपन्न करवाकर हाईकोर्ट के आदेशों की पालना की जा सके. हालांकि, एलएसजी (लोकल सेल्फ डिपार्टमेंट) सचिव भवानी सिंह देथा ने वार्डों की आरक्षण लॉटरी अगले महीने मार्च में निकालने की बात कही है.
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सचिव देथा ने कहा, कि विभाग राज्य निर्वाचन आयोग के संपर्क में हैं और अभी वोटर लिस्ट का काम चल रहा है. हालांकि, नगर निगम के वार्डों की लॉटरी फरवरी में निकालने की उम्मीद कम हैं. इसके पीछे उन्होंने विधानसभा चलने का कारण गिनाते हुए वार्डों की आरक्षण लॉटरी मार्च में निकाले जाने की बात कही. लेकिन 18 अप्रैल तक चुनाव कराए जाने को लेकर अपनी कटिबद्धता जरूर जाहिर की है.
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बता दें कि बीते वर्ष अक्टूबर महीने में राज्य सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा में नगर निगम के वार्डों का सीमांकन करते हुए 2-2 निगम बनाए थे. इसमें जयपुर की दोनों नगर निगम में कुल 250, जोधपुर के निगमों में 160 और कोटा के निगमों में 150 वार्डों का गठन किया गया था.