जयपुर. करौली जिले के सपोटरा तहसील के गांव बुकना में एक मंदिर के पुजारी को दिनदहाड़े पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया गया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इस प्रकरण को लेकर लगातार सियासत गरमाई हुई है. संत-महंतों पर हो रहे हमलों को लेकर राजस्थान की जनता भी आक्रोशित है. घटना के बाद विप्र सेना ने सरकार को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
विप्र सेना ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी विप्र सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा और राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल तिवारी ने प्रेसवार्ता में बताया कि यदि समय रहते परिजनों की विभिन्न मांगों को लेकर सरकार की ओर से ध्यान नहीं दिया गया तो 3 दिन के बाद पूरे राजस्थान में उग्र आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन में पूरे प्रदेश के दर्जनों संगठनों और संस्थाओं का समर्थन भी विप्र सेना को मिल रहा है.
पढ़ें-करौली कांड: मृतक बाबू पुजारी का शव पहुंचा गांव, ग्रामीणों ने की लिखित में आश्वासन देने की मांग
इस दौरान विप्र सेना के राष्ट्रीय प्रमुख सुनील तिवारी ने विप्र सेना की ओर से पीड़ित परिवार को आवास और आर्थिक सहयोग की भी घोषणा की. साथ ही राज्य सरकार से भी पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा, किसी भी आश्रित सदस्य को नौकरी देने और सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की सरकार से मांग की.
क्या है पूरा मामला...
सपोटरा के बुकना गांव में स्थित राधा गोपाल मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव को गांव के कुछ दबंगों ने बुधवार को दिनदहाड़े पेट्रोल से जलाने की कोशिश की. ग्रामीणों ने बताया कि गांव वालों ने मंदिर माफी की जमीन दे रखी है. गांव के पहाड़ के पास स्थित मंदिर की जमीन के सामने वाली भूमि पर पिछले 20-25 दिन पहले पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने भूमि को समतल करवाने के लिए जेसीबी मशीन चलवाई थी. पुजारी वहां पर अपना घर बनाना चाहता था, लेकिन गांव के कुछ दबंगों ने मंदिर माफी की जमीन पर घर नहीं बनाने के लिए मना किया. इस पर पुजारी ने पंचायत बुलाई और अपनी व्यथा सुनाई.
पढ़ें-करौली कांडः सहमे परिजन, दहशत में गांव...ऊपर से दबंगों ने दी धमकी- बोले आज एक को जलाया है...अभी सबको जलाएंगे
जिसके बाद पंचायत ने दबंगों को पुजारी को परेशान नहीं करने को कहा. सपोटरा थानाधिकारी हरजी लाल यादव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि अस्पताल में बुकना गांव का कोई व्यक्ति भर्ती हुआ है, जो पूरी तरह से जल चुका है. जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद पुजारी को जयपुर रेफर कर दिया. गंभीर घायल होने के कारण पुलिस पीड़ित पुजारी का पर्चा बयान नहीं ले सकी. उपचार के दौरान पुजारी ने दम तोड़ दिया.