जयपुर.अब तक आपने घर में चोरी, दुकान में चोरी जैसे तमाम छोटे-बड़े मामले सुने होंगे. लेकिन हम आपको बताएंगे एक ऐसी चोरी के बारे में जिसे सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे. जी हां, एक ऐसी चोरी जिसमें चोर न तो कोई कीमती सामान और न ही पैसे चुराते हैं. हम बात कर रहे हैं भैंस चोरी की.
राजधानी में लगातार बढ़ रहे भैंस चोरी के मामले हालांकि, इस बात पर विश्वास तो नहीं होता, लेकिन ये सच है कि जयपुर में साल 2019 में 310 भैसें चोरी हुईं हैं. इनमें से 89 को ही बरामद किया जा सका. इन भैंस चोरों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है.
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बता दें, प्रदेश में भैस चोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. साल 2019 की बात करें तो 8 महीनों में प्रदेश में कुल 310 भैंस चोरी हुई हैं. इनमें से पुलिस 89 भैसों को बरामद कर लिया गया है. उदयपुर, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और राजसमंद से चोरी की गई 34 भैसों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. वहीं, आठ जिले ऐसे हैं, जहां से एक भी भैंस को बरामद नहीं किया जा सका है.
बात की जाए सबसे ज्याद भैंस चोरी के मामलों की तो इसमें जयपुर अव्वल है. जयपुर कमिश्नरेट के दक्षिण जिले में 37, जयपुर पश्चिम में 16, जयपुर ग्रामीण में 14 और जयपुर पूर्व में 12 भैसें चोरी हुई हैं. इसके बाद कोटा ग्रामीणी में 30 और भरतपुर में 26 भैसों की चोरी हुई है.
बरामद की गई भैसें
- उदयपुर में 5 भैस चोरी, सभी बरामद
- डूंगरपूर में 4 भैंस चोरी, सभी बरामद
- चित्तौड़गढ़ में 3 भैंस चोरी, सभी बरामद
- प्रतापगढ़ में 2 भैंस चोरी, सभी बरामद
- बांसवाडा में 6 भैंस चोरी, सभी बरामद
- राजसमंद में 14 भैंस चोरी, सभी बरामद
इन आठ जिलों में चोरी हुई भैसों को नहीं खोज पाई पुलिस
- जयपुर दक्षिण में 37 में एक भी बरामद नहीं
- पाली में 17 में से एक भी बरामद नहीं
- झुंझनू में 7 में से एक भी बरामद नहीं
- टोंक में 3 में से एक भी बरामद नहीं
- भीलवाड़ा में 6 में से एक भी बरामद नहीं
- सिरोही में चार में से एक भी बरामद नहीं
- सीकर में 5 में से एक भी बरामद नहीं
- हनुमानगढ़ में 2 में से एक भी बरामद नहीं