जयपुर. दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर अब जयपुर मेट्रो भी स्टेशन ब्रांडिंग करेगी. जयपुर के मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के लिए एक एडवरटाइजमेंट कंपनी को अवार्ड किया गया है, जो ब्रांड इनवाइट करेगी. स्टेशन-ब्रांडिंग के तहत जयपुर के मानसरोवर, सिंधी कैंप और रेलवे स्टेशन मेट्रो स्टेशन के नाम से पहले या बाद में ब्रांड का नाम लिखा जाएगा और संबंधित ब्रांड को विज्ञापन का अधिकार भी मिलेगा.
अब उद्योगपति, व्यापारी या कोई भी फर्म जयपुर मेट्रो स्टेशन के नाम के साथ अपने ब्रांड का नाम और उसका विज्ञापन कर सकता है. करोड़ों के घाटे में चल रहा जयपुर मेट्रो प्रशासन नॉन फेयर रेवेन्यू बढ़ाने के लिए हर दिन नए प्रयास करने में जुटा हुआ है. इस बीच जेएमआरसी ने स्टेशन ब्रांडिंग पॉलिसी अपनाकर जयपुर के मेट्रो स्टेशनों के नाम बदलने और ब्रांडिंग के जरिए रेवेन्यू जेनरेट करने का रास्ता निकाला है.
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मेट्रो प्रशासन ने अभी 3 मेट्रो स्टेशन को चिन्हित किया है, जिन्हें स्टेशन ब्रांडिंग और स्टेशन नेमिंग के राइट्स दिए जा रहे हैं. इनमें से मानसरोवर के राइट्स अवार्ड किए जा चुके हैं. मेट्रो ट्रेन शुरू होने के साथ ही कॉन्ट्रैक्ट इंफोर्स हो जाएगा. वहीं रेलवे स्टेशन और सिंधी कैंप मेट्रो स्टेशन का टेंडर भी फ्लोट कर दिया गया है. जल्द ही इनके राइट भी अवार्ड कर दिए जाएंगे.
इस संबंध में मेट्रो कॉरपोरेट अफेयर्स डायरेक्टर राजेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि मेट्रो प्रशासन एडवरटाइजमेंट एजेंसी को कॉन्ट्रैक्ट देता है. एजेंसी किसी ब्रांड को कांटेक्ट करेगी, जिस कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा उसे स्टेशन के नाम से पहले या बाद में ब्रांड नेम लिखने का राइट दिया जाएगा. इसके अलावा मेट्रो स्टेशन की थीम उस ब्रांड के अनुसार बनेगी. वहीं, स्टेशन के अंदर और बाहर एडवरटाइजमेंट की जगह दी जाएगी, जो इस पैकेज का पार्ट होगा.
1 साल के लिए शुरू कर रहा स्टेशन ब्रांडिंग
मेट्रो प्रशासन प्रायोगिक तौर पर 1 साल के लिए स्टेशन ब्रांडिंग शुरू कर रहा है. इससे प्रत्येक महीने प्रत्येक स्टेशन से तकरीबन 2 लाख रुपए का रेवेन्यू आएगा. ये प्रयोग सफल रहता है, तो बाकी के मेट्रो स्टेशन पर भी ये व्यवस्था की जाएगी.