जयपुर. कोरोना वायरस के चलते पूरे राजस्थान में लॉकडाउन जारी है. यह लॉकडाउन उन मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, जिन्हें हर महीने रक्त की आवश्यकता होती है. आमतौर पर थैलेसीमिया और कैंसर से जूझ रहे मरीजों को सबसे अधिक ब्लड की आवश्यकता होती है. लेकिन लॉकडाउन के चलते ब्लड डोनेशन को लेकर जो कैंप लगाए जाते थे, वह अब लगभग खत्म हो गए हैं.
ऐसे में जो डोनर हैं वह भी डरे हुए हैं, क्योंकि लॉकडाउन के चलते किसी भी व्यक्ति को बाहर निकलने की इजाजत नहीं है और रक्तदान नहीं होने के चलते सबसे ज्यादा असर अस्पतालों पर पड़ने लगा है. क्योंकि ब्लड डोनेशन कैंप या डोनर नहीं होने के चलते अस्पतालों में रक्त नहीं पहुंच रहा है. शहरों और कस्बों में स्थित ब्लड बैंक में रक्त की आपूर्ति नहीं हो रही है.
ब्लड बैंक के हालात
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें तो यहां ब्लड स्टोरेज की क्षमता करीब 800 यूनिट है और हर दिन बड़ी संख्या में लोग रक्तदान करने अस्पताल भी पहुंचते हैं. लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण लोग अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में स्टोरेज संख्या महज 25 फीसदी ही रह गई है. सवाई मानसिंह अस्पताल ही नहीं राजधानी जयपुर में करीब 25 से अधिक ब्लड बैंक स्थित हैं और सभी अस्पतालों और ब्लड बैंक में रक्त की कमी लगातार होने लगी है.
इतनी होती थी आपूर्ति