जयपुर. कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के चलते राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) की ओर से लॉकडाउन (Lockdown in rajasthan) की घोषणा की गई. इस दौरान वैक्सीनेशन कार्यक्रम (vaccination program) भी चलता रहा, लेकिन इस दौरान राजधानी जयपुर के अस्पतालों में ब्लड की कमी (blood shortage in Jaipur hospitals) भी देखने को मिल रही है.
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दरअसल, लॉकडाउन (Lockdown) के चलते रक्तदान शिविर (blood donation camp) नहीं लग पा रहे तो वहीं कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगने के कुछ दिनों बाद तक लाभार्थी ब्लड डोनेट नहीं कर सकता. इसके कारण जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai Mansingh Hospital) समेत अन्य अस्पतालों में भी ब्लड की कमी देखने को मिल रही है.
कोरोना संक्रमण (Corona Pandemic) के दौरान भले ही अस्पतालों में सर्जरी बंद हो, लेकिन इसके बावजूद कैंसर पीड़ित मरीज और थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों को ब्लड की आवश्यकता पड़ रही है. लेकिन राजस्थान में लगे लॉकडाउन (lockdown in rajasthan) के बाद ब्लड डोनेशन (blood donation) करीब बंद हो चुका है, ऐसे में अस्पतालों में ब्लड की कमी देखने को मिल रही है.
सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai mansingh hospital) की बात की जाए तो हर दिन 150 यूनिट ब्लड की खपत हो रही है, जबकि 100 यूनिट ही अस्पताल में ब्लड की आवक हो रही है. इसके अलावा जेके लोन अस्पताल (JK Lone hospital) में थैलेसीमिया बीमारी (Thalassemia disease) से ग्रस्त बच्चों को हर दिन 60 से 70 यूनिट ब्लड की आवश्यकता पड़ती है, जो एसएमएस अस्पताल की ओर से ही उपलब्ध करवाया जा रहा है. इसके अलावा सांगानेरी गेट महिला अस्पताल और जनाना अस्पताल में भी करीब 15 से 20 यूनिट ब्लड की खपत हर दिन हो रही है, जबकि ब्लड की आवक आधी भी नहीं है.