जयपुर. साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजस्थान भाजपा चुनावी मोड पर आ चुकी है. मिशन 2023 फतेह हो सके इसके लिए गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने राजस्थान भाजपा नेताओं को संगठन मजबूती का मंत्र (BL Santosh gave tips to strengthening the organization) दिया. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में चली संगठन महामंत्री की इस पाठशाला (BL Santosh held meeting with office bearers) में विभाग प्रकोष्ठ से लेकर पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों और मोर्चे के पदाधिकारियों को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए.
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने साफ कर दिया की आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी इस प्रकार की हो कि चुनाव पहले भी हो सकते हैं. बीएल संतोष ने भाजपा के तमाम विभाग और प्रकोष्ठ के संयोजकों और पदाधिकारियों को साफ तौर पर कहा कि ज्यादा से ज्यादा प्रवास करें. यदि प्रवास नहीं कर सकते तो पार्टी में अन्य दायित्व भी होते हैं. इस दौरान संतोष ने यह भी कहा कि यदि किसी पदाधिकारी को मुझसे मिलकर कुछ बात कहनी है जो वह इस बैठक में नहीं कह सत्ता तो वह शुक्रवार सुबह अलग से मुझसे मिलकर अपनी बात कह सकता है. बैठक में संगठनात्मक दृष्टि से विधानसभा चुनाव के लिए टास्क दिए गए.
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विभाग और प्रकोष्ठ की बैठक में समझाए कार्य, इन पांच बिंदुओं पर रहा फोकस
पार्टी मुख्यालय में बीएल संतोष ने पहली बैठक पार्टी के 19 प्रकोष्ठ और 26 विभाग के संयोजको की ली. इस दौरान 5 बिंदुओं पर प्रकोष्ठ और विभाग को फोकस करने के लिए कहा गया. इनमें टीम, टूल, ट्रेनिंग, प्रोग्राम, और इशु के आधार पर काम करने के निर्देश दिए गए. मतलब हर विभाग और प्रकोष्ठ अपनी टीम बनाए उसके कार्य क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी चाहे और प्रशिक्षण के बाद संगठनात्मक मजबूती के कार्यक्रम बनाया जाए. संबंधित इशू को लेकर आगे बढ़ा जाए. संगठन महामंत्री ने ज्यादा से ज्यादा प्रवास और कार्यक्रम करने की बात भी कही ताकि संगठनात्मक दृष्टि से पार्टी और मजबूत हो.
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विभाग और प्रकोष्ठ को समझाएं उनके कार्य,कुछ संयोजकों से किया संवाद
विभाग और प्रकोष्ठ के कार्य क्या है इसमें कोई कंफ्यूजन ना रहे इस बात पर भी संगठन महामंत्री ने जोड़ दिया खास तौर पर एक सामान प्रवृत्ति वाले विभाग और प्रकोष्ठ के संयोजको से संवाद भी किया. खास तौर पर मीडिया और मीडिया संपर्क विभाग सोशल मीडिया और आईटी विभाग व्यवसायिक आर्थिक और लघु उद्योग विभाग वह प्रकोष्ठ के बीच अपने कार्यों को लेकर स्थिति स्पष्ट रहे. इस बारे में भी जानकारी दी. इनके संयोजको से संवाद के जरिए यह जानकारी भी जुटाई कि क्या यह विभाग और प्रकोष्ठ सही दिशा में काम कर रहे हैं या नहीं.
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डेटाबेस करें तैयार, लीडरशिप डेवलप करने पर जोर
संगठन महामंत्री की पाठशाला में सोशल मीडिया और आईटी विंग के साथ ही अलग-अलग विभागों को अपने क्षेत्र से जुड़े डाटा एकत्रित करने की बात भी कही गई. खासतौर पर डॉक्टर्स, प्रोफेशनल्स के साथ ही साधु-संतों तक के डाटा एकत्रित करने की बात इस दौरान कही गई. ताकि आगामी चुनाव में कलेक्ट किए गए डाटा पार्टी के काम आ सकें. बैठक को संबोधित करते हुए संगठन महामंत्री ने कहा कि भाजपा के हम समय परिस्थितियों और देश के विकास के लिए बदलते हैं. इसलिए रेलीवेंट हैं, लेकिन कांग्रेसी नहीं बदलते. उन्होंने कहा चुनाव के लिए आगे बढ़ रहे हैं. इसलिए छोटा नहीं बल्कि बड़ा सोचें. संगठन महामंत्री ने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां चिकित्सा प्रकोष्ठ के तीन पदाधिकारी विधायक बन गए. इसलिए मोर्चा प्रकोष्ठ से संगठन को मजबूती मिले और इसमें शामिल लोग लीडरशिप के रूप में आगे खुद को डिवेलप भी करें.
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष ने प्रदेश पदाधिकारी मोर्चों के अध्यक्ष और महामंत्रियों के साथ ही प्रदेश प्रवक्ता पैनलिस्ट की भी बैठक ली. उन्हें संगठनात्मक मजबूती का मंत्र दिया. इस दौरान बैठक में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर भी मौजूद रहे.