जयपुर. पहले मध्य प्रदेश और फिर अब गुजरात कांग्रेस के विधायकों को जयपुर लाने के मामले में भाजपा ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोला है. भाजपा का आरोप है कि बाहरी राज्यों के असंतुष्ट कांग्रेसी विधायकों को प्रदेश सरकार सरकारी खर्चे पर जयपुर में उनकी मेहमाननवाजी कर रही है.
कांग्रेसी विधायकों की बाड़ेबंदी पर भाजपा का पलटवार प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के अनुसार प्रदेश में दो धुरों में बैठी हुई कांग्रेस जिस तरह बाहरी कांग्रेसी विधायकों की मेहमान नवाजी में जुटी है. उससे प्रदेश में कांग्रेस नए पॉलिटिकल टूरिज्म को जन्म दे रही है.
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राठौड़ के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह पॉलिटिकल टूरिज्म का नया कॉन्सेप्ट इस बात को सिद्ध करता है कि वे अपने आलाकमान की नजरों में अपनी कुर्सी बचाने के लिए यह सब काम कर रहे हैं. गौरतलब है कि हाल ही में मध्यप्रदेश में छाए सियासी संकट को देखते हुए वहां के कांग्रेस विधायकों को जयपुर में रखा गया था और अब गुजरात के कांग्रेस विधायकों को जयपुर में लाया गया है.
ये विधायक प्रदेश सरकार को कांग्रेस की देखरेख में होटल शिव विलास में रुके हैं. हालांकि राजेंद्र राठौड़ ने प्रदेश सरकार पर इन विधायकों की बाड़ेबंदी को लेकर ये कटाक्ष तो कर दिया. लेकिन राठौड़ यह भूल गए कि पिछली वसुंधरा सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंड के भाजपा विधायकों की भी जयपुर में बाड़ेबंदी की गई थी, और तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी.