जयपुर. राजस्थान राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जहां हॉर्स ट्रेडिंग की संभावनाओं को जताते हुए एसीबी और फिर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं उसके काउंटर में भाजपा ने भी मंगलवार को निर्वाचन आयोग और प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई (BJP writes letter to Election Commission and ED director ) है. भाजपा ने इन चुनाव में कांग्रेस की ओर से सत्ता का दुरुपयोग और काले धन के उपयोग की आशंका जताई है. पत्र में भाजपा विधायकों पर पुराने मुकदमे को लेकर दबाव बनाने और सत्ता का दुरुपयोग कर बीजेपी विधायकों और पदाधिकारियों के टेलीफोन टेप किए जाने का भी आरोप लगाया है.
भाजपा की ओर से प्रवर्तन निदेशालय निदेशक को लिखे पत्र में कहा गया है राजस्थान राज्य सभा चुनाव के दौरान फॉर स्टडिंग की संभावना के तहत काले धन का उपयोग हो सकता है. जिसको रोका जाना अत्यंत आवश्यक है. वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी और चुनाव आयोग को भेजे गए शिकायती पत्र में प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ओर से सत्ता का दुरुपयोग करने विधायकों को प्रताड़ित और प्रभावित करने के लिए आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. जबकि हॉर्स ट्रेडिंग की संभावनाएं भी इसमें व्यक्त की गई. पत्र के जरिए भाजपा ने चुनाव आयोग से हॉर्स ट्रेडिंग में होने वाले काले धन के उपयोग को रोकने का आग्रह भी किया है.
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प्रदेश भाजपा की ओर से लिखे गए इन दोनों ही पत्रों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रतिपक्ष के सचेतक जोगेश्वर गर्ग के हस्ताक्षर हैं.
एक सीट पर संभावित हार से कांग्रेस बौखलाई हुई हैः प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने बुधवार को एक ट्वीट कर सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से निर्वाचन आयोग को भेजे गए पत्र पर कटाक्ष किया. राठौड़ ने लिखा कि सरकारी मुख्य सचेतक की ओर से एसीबी के बाद अब निर्वाचन आयोग को पत्र लिखने से स्पष्ट प्रमाणित हो रहा है कि कांग्रेस सरकार राजस्थान में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में 1 सीट पर संभावित हार एवं अपने विधायकों के भारी असंतोष के कारण बौखलाई हुई है.
बता दें कि इसके पहले गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ महेश जोशी ने पूर्व में एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज कर इन चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग की संभावनाएं जताई थी. साथ ही निर्दलीय भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुभाष चंद्रा का नाम लेकर बयान दिया था कि निर्दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद नामांकन पत्र में एक भी निर्दलीय विधायक उनका प्रस्तावक नहीं बना, सब प्रस्तावक भाजपा विधायक ही थे. ऐसे में इन चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना नजर आती है. जोशी ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग में भी हॉर्स ट्रेडिंग की संभावनाओं को जताते हुए शिकायत दर्ज कराई है.