जयपुर. राजस्थान में 25 सीटों पर मतदान के बाद अब प्रमुख सियासी दल हर सीट पर अपनी संभावित हार-जीत के आंकलन में जुट गए है. 5 महीने पहले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर प्रदेश में सरकार बनाने वाली कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की कई सीटों पर हालात खराब है, तो वहीं कुछ सीटे ऐसी है जहां भाजपा की अपेक्षाकृत कमजोर स्थिति में है. प्रदेश में 2 चरणों के मतदान के बाद भाजपा की ओर से जुटाए गए फीडबैक में इसका खुलासा हुआ है.
इन सीटों पर भाजपा को खतरा
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की 25 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार के चुनाव में भाजपा की स्थिति कांग्रेस की तुलना में तो मजबूत नजर आई, लेकिन कुछ सीटें ऐसी भी है जहां कांग्रेस से मिली टक्कर से भाजपा संकट की स्थिति में है. हाल ही में प्रदेश नेतृत्व की ओर से जुटाए गए फीडबैक में भी इन सीटों को लेकर चिंतन और मंथन हुआ. इन सीटों में गठबंधन के तहत आरएलपी को दी गई नागौर लोकसभा सीट भी है, तो वही धौलपुर-करौली, दौसा, बाड़मेर, जैसलमेर और टोंक-सवाई माधोपुर की सीट प्रमुख है.
राजस्थान में करीब 3 से 5 सीटों पर भाजपा को चिंता नागौर में एनडीए प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल को कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति मिर्धा कड़ी टक्कर दे रही है, तो वहीं धौलपुर करौली लोकसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद व प्रत्याशी मनोज राजोरिया की स्थिति भी डांवाडोल है. दौसा में भी मुकाबला कड़ा है, और भाजपा की जसकौर मीणा को जीत दर्ज करने में काफी मुश्किलें आती दिख रही है. वहीं जैसलमेर-बाड़मेर लोकसभा सीट पर भी भाजपा अपनी जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त से नहीं दिखती है. हालांकि इन सीटों पर भाजपा हार रही है ऐसा भी नहीं है. लेकिन कांग्रेस से मिली चुनौती के कारण भाजपा अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर नहीं आती है. बावजूद इसके प्रदेश के नेता 25 सीटों पर जीत का दावा करते हैं.
दिग्गज नेता कर रहे 25 सीटों पर जीत का दावा
मतदान के बाद भाजपा के प्रमुख नेता प्रदेश की सभी 25 सीटों पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों के जीतने का दावा करते हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी और लोकसभा चुनाव के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने बाकायदा प्रेस वार्ता कर जीत का दावा किया है, लेकिन इन दोनों ही नेताओं को मतदान के बाद सामने आए फीडबैक की भी पूरी जानकारी है.