जयपुर. रिश्वत के बदले अस्मत मांगने के मामले में आरपीएस अधिकारी कैलाश बोहरा प्रकरण में भाजपा विधानसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लगाएगी. यह जानकारी नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने दी.
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कटारिया ने कहा कि विधानसभा के भीतर इस मामले में सरकार की ओर से मंत्री शांति धारीवाल ने अपने जवाब में कहा था कि सरकार आरोपी पुलिस अधिकारी कैलाश बोहरा को बर्खास्त करेगी, लेकिन अब बर्खास्तगी से पहले अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर आरोपी को सभी पेंशन लाभ दिए जा रहे हैं. ऐसे में भाजपा इस मामले को विधानसभा के भीतर सदन की कार्यवाही शुरू होने पर फिर उठाएगी.
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गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि इस मामले में स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी के जरिए विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया जाएगा. यदि स्पीकर उसे स्वीकार कर लेते हैं तो फिर विपक्ष के रूप में भाजपा सदन में सरकार के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगी. गौरतलब है कि जयपुर में तैनात आरपीएस अधिकारी कैलाश बोहरा ने महिला पीड़िता से रिश्वत के बदले अस्पत मांगी थी. एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में कैलाश बोहरा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था.
यह है पूरा मामला...
पीड़ित महिला ने जवाहर सर्किल थाने में एक युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के प्रकरण सहित कुल 3 प्रकरण दर्ज करवाए थे. इन तीनों ही प्रकरण की जांच एसीपी कैलाश चंद बोहरा के पास थी. गत दिनों पूर्व जब पीड़ित महिला ने एसीपी से मुलाकात कर प्रकरण में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई तो आरोपी को गिरफ्तार करने की एवज में एसीपी कैलाश चंद बोहरा ने पीड़ित महिला से अस्मत की मांग कर डाली, जिस पर पीड़ित महिला ने एसीबी में इसकी शिकायत की और शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीपी कैलाश चंद बोहरा को गिरफ्तार किया गया था.