जयपुर.प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर बीजेपी के निशाने पर गहलोत सरकार है. इस बार करौली जिले के सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार देने की घटना के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित प्रदेश के नेताओं ने गहलोत सरकार को घेरा है.
वसुंधरा राजे ने इस मामले में दो ट्वीट करते हुए लिखा कि अब स्पष्ट हो चुका है कि प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. साथ ही उन्होंने सपोटरा में हुई इस घटना की निंदा की और लिखा कि इस पूरे मामले की जितनी निंदा की जाए, वह कम है. राजस्थान में अपराध का ग्राफ जिस गति से बढ़ रहा है, उससे एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि यहां महिलाएं बच्चे-बूढ़े, दलित, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है. राज्य की कांग्रेस सरकार अब अपनी गहरी नींद को त्यागे और दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलवाए.
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वहीं, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट कर इस घटना की निंदा की. राठौड़ ने लिखा कि इस वीभत्स घटना में बुरी तरह झुलसे मंदिर के पुजारी जिंदगी की जंग हार चुके हैं. यह दिल दहला देने वाली घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार की लचर कानून-व्यवस्था का एक और ये प्रमाण है. उन्होंने ट्वीट के जरिए प्रदेश सरकार से मांग की कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं.
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने भी एक बयान जारी कर इस घटना के मामले में प्रदेश सरकार को घेरा है. शर्मा ने कहा कि यह घटना राजस्थान सरकार की कानून-व्यवस्था की पोल खोलती है. घटनाक्रम से पहले मौजूदा स्थितियों की जानकारी प्रशासन के संज्ञान में थी. इसके बावजूद ये घटनाक्रम होना काफी गंभीर है और अब ये साबित हो चुका है कि अब राजस्थान में कानून का राज नहीं रहा.