जयपुर.जोधपुर में भारतीय किसान महासंघ के धरने में हुई छात्र नेता की मौत के मामले में सियासत गरमा गई है. भारतीय किसान संघ ने मृतक की मौत के कारणों की उच्च स्तरीय जांच और मृतक आश्रित को नौकरी व आर्थिक सहायता की मांग की है, जिसका भाजपा ने भी समर्थन किया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार प्रदेश सरकार को राजनीति से ऊपर उठकर पीड़ित परिवार को संबल भी प्रदान करना चाहिए और मौत की उच्च स्तरीय जांच भी करानी चाहिए.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूनिया ने कहा कि जिस तरह आंदोलनकारी किसान पुखराज की मौत हुई, उसे सरकार कोरोना से हुई मौत बता रही है. जबकि किसान संघ से जुड़े अन्य पदाधिकारी और आंदोलनकारियों को इस बात की आशंका पहले से थी. उन्होंने कहा कि सहानुभूति के आधार पर पीड़ित परिवार की सहायता करना किसी भी जनकल्याणकारी सरकार का धर्म है.
'सर्वाधिक चोट किसान वर्ग पर ही पड़ी है'
पूनिया ने कहा कि बीते 2 साल में सर्वाधिक मार यदि किसी वर्ग पर पड़ी है तो वह किसान वर्ग है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को छोड़ दें तो भी किसानों की हालत लगातार बिगड़ती आई है. ऐसे में सरकार ने 833 रुपए का अनुदान भी किसानों का बंद कर दिया. महीनों से हुए नुकसान की भरपाई भी आज तक नहीं हो पाई.