जयपुर.प्रदेश में बढ़ते कोरोना के संक्रमण के बीच ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने इस महामारी से जंग जीती. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया अब कोरोना नेगेटिव आ चुके हैं. वे इस बात को स्वीकार करते हैं कि वो ओवर कॉन्फिडेंस थे कि उनमें एंटीबॉडी डेवलप हो गई, लेकिन ये उनकी गलत अवधारणा थी.
सतीश पूनिया की ईटीवी भारत से बातचीत-1 ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि वे राजनीतिक व्यक्ति हैं, इसलिए पब्लिक एक्स्पोजर ज्यादा होता है. एक जिम्मेदार दल के मुखिया होने के नाते मैं कोरोना काल में भी जनसेवा के लिए फील्ड में ही रहा. इस दौरान यह भी ओवर कॉन्फिडेंस हो गया कि अब एंटीबॉडी विकसित हो गई है, लेकिन ये गलत अवधारणा थी. उन्होंने कहा कि जब उनमें हल्के लक्षण नजर आए तो उन्होंने जांच कराई जिसमें वो कोरोना संक्रमित पाए गए.
पढ़ें-राजस्थान में कोरोना से टूटे सारे रिकॉर्ड, 2010 नए मामले आए सामने...कुल आंकड़ा 1,24,730
सतीश पूनिया बताते हैं कि कई बार राजनीति में होने के कारण कार्यकर्ता कुछ संकोच के कारण भी मना नहीं कर सकते और जनता के बीच जनसेवा में जुटना उनका दायित्व भी है. यही कारण है कि इस बीच कहीं ना कहीं कोई चूक हुई और वो संक्रमित हो गए, लेकिन इस महामारी से जंग मजबूत इच्छाशक्ति के जरिए ही जीती गई.
सतीश पूनिया की ईटीवी भारत से बातचीत-2 'छुपाए नहीं, जांच करवाएं और उपचार के जरिए ठीक हो जाए'
पूनिया ने कहा कि अधिकतर लोग आज भी कोरोना के लक्षण आने पर भी अपनी जांच करवाने से बचते हैं और इसे छुपाते हैं. जबकि इस महामारी के लक्षण देखने के बाद आदमी संकोच ना करें, बल्कि अपनी जांच करवाएं और उपचार करवाकर ठीक हो जाए. इसके लिए मजबूत इच्छाशक्ति होना बेहद जरूरी है.
'जयपुर में रिकवरी रेट कम'
सतीश पूनिया कहते हैं देश में रिकवरी की रेट 81 फीसदी है और प्रदेश में 83 फीसदी है, लेकिन जयपुर में कोरोना वायरस रिकवरी रेट महज 62 फीसदी है. उन्होंने कहा कि आज भी संसाधनों के अभाव के चलते सरकारी अस्पतालों में कई प्रकार की दिक्कतें मरीजों को आ रही हैं. जो हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है उसका भी कुछ खास रिस्पॉन्स अब तक नहीं मिल पाया है. सरकार को इस ओर ध्यान देते हुए मजबूत इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ना चाहिए.
पढ़ें-कोरोना महामारी को रोकने के लिए प्रदेश सरकार जो भी फैसला लेगी हम उसके साथ रहेंगे: भाजपा
लॉकडाउन पर भी विरोधाभास, विकल्पों पर करें विचार...
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर भी कांग्रेस में विरोधाभास है. राहुल गांधी शुरू से ही लॉकडाउन की आलोचना करते हैं, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरे देश में सबसे पहले राजस्थान में लॉकडाउन लागू करने को लेकर अपनी पीठ थपथपाते हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन पहले भी हुआ, लेकिन वह बहुत पुख्ता विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना और बार-बार हाथ धोना अब लोग भूल चुके हैं. ऐसे में लोगों को खुद को अनुशासित करना होगा तभी इस महामारी से लड़कर जीता जा सकता है.
आप की रसोई भी है फार्मेसी इसका उपयोग करें...
पूनिया ने कहा कि इस महामारी के काल में आपकी रसोई भी फार्मेसी का काम करती है. कोरोना के संक्रमण की चपेट में आए डॉक्टरों ने उन्हें उन चीजों का उपयोग करने की सलाह दी जो रसोई में उपलब्ध है. ऐसे में चाहे हल्दी हो या तुलसी पत्ती या काली मिर्ची अपनी रसोई में रखे इन उत्पादों का भी उपयोग करते रहे. साथ ही प्राणायाम को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
भाजपा राजस्थान का मुखिया होने के नाते करूंगा अपील...
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते अपने कार्यकर्ताओं से भी अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रयास करें कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोरोना के एडवाइजरी का पालना हो.