जयपुर. प्रदेश में बढ़ते दुष्कर्मों की घटनाओं के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. पूनिया के के अनुसार गहलोत सरकार के 11 माह के कार्यकाल में राजस्थान में 1 लाख 42 हजार अपराधिक घटनाएं घटित हुई हैं, जो सीधे तौर पर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कटघरे में खड़ा करती हैं.
टोंक दुष्कर्म केस पर भाजपा ने गहलोत सरकार पर उठाए सवाल पूनिया के अनुसार मुख्यमंत्री के पास प्रदेश का गृह विभाग भी है और इस नाते उनकी सीधी जिम्मेदारी है कि वे प्रदेश में अपराधों की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाएं. बावजूद इसके, प्रदेश में आए दिन इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं. पूनिया ने कहा कि आज प्रदेश में जनता का पुलिस से विश्वास खत्म हो चुका है और अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं. पूनिया ने कहा कि पिछले 11 माह में जो भी अपराध प्रदेश में हुए उनमें हत्या, बलात्कार, लूट के मामले ज्यादा हैं.
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सतीश पूनिया ने इस दौरान गहलोत कार्यकाल में अलवर के थानागाजी में हुए सामूहिक दुष्कर्म और चूरू के भानीपुरा में हुए बलात्कार की घटना का भी उदाहरण दिया और साफ तौर पर कहा कि लोक कल्याण का दावा करने वाली गहलोत सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती है किस प्रकार के अपराधों पर लगाम कसे. पूनिया के अनुसार यह घटना राजस्थान को शर्मसार करने वाली है और इससे साफ हो गया है कि आज प्रदेश में बहन और बेटी सुरक्षित नहीं है.
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आपको बता दें कि टोंक जिले के अलीगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 6 वर्षीय मासूम बालिका से अज्ञात दरिंदों ने दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक दिया था. शनिवार 30 दिसंबर को दोपहर तीन बजे तक बालिका स्कूल में देखी गई थी. उसके बाद से ही वह लापता थी. रविवार 1 दिसंबर सुबह उसका शव झाड़ियों में मिला. पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रथम दृष्टया सामने आया है कि 6 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म के बाद बच्ची के बेल्ट से ही उसका गला घोंट कर मार दिया गया था.