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कांग्रेस विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट करने पर पूनिया ने साधा निशाना, पूछा- लग्जरी की 'बजरी' कहां से आएगी

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Published : Aug 1, 2020, 5:41 PM IST

प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच सीएम गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों को जैसलमेर में शिफ्ट कर दिया है. इसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सरकार से पूछा है कि विधायकों की इस लग्जरी की बजरी कहां से आएगी.

Congress MLA in Jaisalmer,  Satish Poonia targeted the Gehlot government
पूनिया ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना

जयपुर. प्रदेश में चल रही सियासी घमासान के बीच अभी विधानसभा सत्र आहूत होने में 14 दिन का वक्त है, लेकिन इससे पहले बारिश के मौसम में सियासी पारा गर्मी की तरह तप रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने समर्थित विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट कर दिया है, लेकिन विपक्ष को यह सब रास नहीं आ रहा है. बीजेपी ने सरकार से पूछा है कि विधायकों की इस लग्जरी की बजरी कहां से आएगी.

पूनिया ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पहले तो सोशल मीडिया के जरिए गहलोत सरकार पर हमला बोला. उसके बाद उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार इस बात का खुलासा करे कि बजरी माफियाओं पर लच्छेदार भाषण देने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसलमेर में अपने विधायकों को जो लग्जरी सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं, उसका खर्चा कौन उठा रहा है.

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गहलोत सरकार में बजरी माफिया बढ़े

पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने इस कार्यकाल में ही विधानसभा में बजरी माफियाओं को लेकर लच्छेदार भाषण दे रहे थे और हमारी पार्टी पर उन्होंने कई बार सवाल उठाए थे. लेकिन मुख्यमंत्री लग्जरी की बजरी कहां से आ रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल में बजरी माफिया बड़ी संख्या में पनपे हैं.

सतीश पूनिया ने कहा कि बजरी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने पुलिस के जवानों पर हमले किए और उनकी हत्या की. कानून व्यवस्था पूरी तरीके से बिगड़ चुकी है, ऐसे में यह सवाल तो उठना लाजमी है कि आखिर सरकार अपने विधायकों को जो लग्जरी सुविधा मुहैया करा दी है, उसका हिसाब-किताब क्या है.

राजस्थान की जनता सब देख रही है...

पूनिया ने कहा कि जैसलमेर में जो तस्वीरें सुबह से सामने आ रही है और उनके विधायक जो कर रहे हैं वह शर्मनाक है. राजस्थान की जनता देख रही है. विधायक फुटबॉल खेल रहे हैं, क्रिकेट खेल रहे हैं, रंगीन रेबन का चश्मा लगाकर सेल्फी खींच रहे हैं. विधायक इस तरह की हरकत कर राजस्थान की जनता को चिढ़ा रहे हैं और उसका माखौल उड़ा रहे हैं.

सीएम को नैतिकता की बात करने का अधिकार नहीं...

सतीश पूनिया ने कहा कि उन्हें नैतिकता की बात करने का कोई अधिकार नहीं है. प्रदेश की जनता कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के संकट से गुजर रही है, किसानों की फसलों को नष्ट कर दिया है और सरकार लग्जरी होटलों में आराम कर रही है. पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को नैतिकता की बात करने की अब जरूरत नहीं है.

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उन्होंने कहा कि संख्या के हिसाब से ज्यादा लोग होंगे, लेकिन जो लोग उनके पास हैं वो भी हर दिन कम हो रहे हैं. 99 विधायक थे, लेकिन वो भी कम होते जा रहे हैं. उन्होने कहा कि सीएम गहलोत मानसिक रूप से अपना जनाधार खो चुके हैं.

क्या है लग्जरी की बजरी...

दरअसल, कांग्रेस के विधायकों को जिस आलीशान होटल में ठहराया गया है, वह होटल बजरी के बड़े ठेकेदार की बताई जा रही है. बजरी माफियाओं को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विपक्ष में रहते हुए और सत्ता में आने के बाद कई बार भाषण दिए थे. इसी को लेकर बीजेपी यह कह रही है सीएम गहलोत भूल चुके हैं, लेकिन अब जिस तरीके से उन्होंने बजरी ठेकेदारों के होटल में अपने विधायकों को ठहराया है उसके बाद बीजेपी उनके खर्चे का हिसाब मांगेगी. बीजेपी को लगता है कि सरकार बजरी ठेकेदार के खर्चे पर अपने विधायकों को किले नुमा होटल में ठहराया है.

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