जयपुर. प्रदेश में 3 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान होगा. 15 अप्रैल की शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा. उससे पहले भाजपा ने तीनों सीटों पर अपने प्रमुख नेताओं को अब फिक्स कर दिया है. ये नेता 15 अप्रैल को चुनाव प्रचार थमने से पहले तीनों क्षेत्रों में रोड शो भी करेंगे. खास बात यह है कि महाराणा प्रताप से जुड़े विवाद के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने उपचुनाव प्रचार से दूरी बना ली है.
तीन सीटों पर उपचुनाव, भाजपा ने प्रचार में ताकत झोंकी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की 3 सीटों पर हो रहे उपचुनाव सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ भाजपा के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. यही कारण है के उपचुनाव में रणनीति बनाने से लेकर चुनाव प्रचार तक में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. हालांकि यह बात और है कि स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल भाजपा के आधे से ज्यादा नेता तीनों ही उप चुनाव क्षेत्र सहाड़ा राजसमंद और सुजानगढ़ में नजर नहीं आए लेकिन जो नेता मौजूद है उन्होंने पार्टी के पक्ष में अपना पसीना बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. अब 17 अप्रैल को मतदान होना है. लिहाजा तीनों सीटों पर पार्टी ने प्रमुख नेताओं को फिक्स कर दिया है जो मतदान के दौरान तक वहीं रहेंगे.
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भाजपा ने इन नेताओं को किया चुनाव क्षेत्रों में फिक्स
सहाड़ा सीट पर - भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया चुनाव प्रचार थमने तक कैंप करेंगे. वही सांसद सीपी जोशी, विधायक दल के सचेतक जोगेश्वर गर्ग,प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी के साथ ही पूर्व सांसद नारायण पंचारिया और विधायक कन्हैया लाल चौधरी यहां मतदान तक मौजूद रहेंगे.
सुजानगढ़ सीट पर -प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल स्थानीय सांसद राहुल कसवा के साथ ही विधायक अभिनेश महर्षी को यहां मतदान तक जिम्मेदारियां सौंपी गई है.
राजसमंद सीट पर -भाजपा सांसद व प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी विधायक व प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर विधायक वासुदेव देवनानी धर्म नारायण जोशी के साथ ही जोराराम कुमावत हमीर सिंह भायल और नारायण सिंह देवल व पूर्व सांसद रहे पुष्प जैन को भी जिम्मेदारियां दी गई हैं. सभी नेता मतदान तक यहां मौजूद रहेंगे.
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बड़ी बात यही है कि खुद सतीश पूनिया चुनाव प्रचार थमने तक सहाड़ा विधानसभा सीट पर मौजूद रहेंगे. मतलब साफ है कि सहाड़ा सीट पर भाजपा की मुश्किलें ज्यादा हैं. लिहाजा प्रदेश के मुखिया को वहां कैंप लगाने को मजबूर होना पड़ा. लेकिन पूनिया तीनों ही सीटों पर पार्टी की स्थिति मजबूत बताते हैं.
मौजूदा 3 सीटों पर बात की जाए तो सुजानगढ़ में भी भाजपा की स्थिति कांग्रेस की तुलना में मजबूत नहीं दिख रहे. तो वहीं राजसमंद सीट पर लादूलाल पितलियां प्रकरण में भाजपा की स्थिति थोड़ी डाउन हुई है. हालांकि भाजपा इन सब के बीच पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में जुटी है और 15 अप्रैल को इन क्षेत्रों में तैनात सभी प्रमुख नेता रोड शो और पैदल यात्रा भी निकालेंगे.
2 मई को आएगा उपचुनाव का परिणाम महाराणा प्रताप विवाद के बाद कटारिया चुनाव प्रचार से हुए दूर
15 अप्रैल तक इन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार होने हैं लेकिन बताया जा रहा है कि महाराणा प्रताप से जुड़े विवाद के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने खुद को अलग कर लिया है. अब चुनाव प्रचार से जुड़े उनके कोई भी कार्यक्रम जारी किया गया है. ऐसे में अब भाजपा ने पूरी ताकत अपने वोटरों को रिझाकर मतदान केंद्र तक लाने में लगा दी है ताकि 2 मई को आने वाले चुनाव परिणाम भाजपा के लिए सकारात्मक आ सकें.