जयपुर.ग्रेटर निगम के पार्षद और बीजेपी के पदाधिकारियों ने सोमवार को अमर जवान ज्योति के ठीक सामने धरना देकर विरोध प्रदर्शन (BJP Protest Against Congress Government) करते हुए नगर निगम कमिश्नर को भ्रष्ट (Municipal Commissioner Corrupt in Jaipur) बताते हुए कार्रवाई मांग की है. हालांकि इस प्रदर्शन के दौरान कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ती दिखाई दी. इस दौरान कई लोगों ने मास्क नहीं लगाया साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना नहीं की गई.
निष्पक्ष हो जांच
इस दौरान मौजूद रहे शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि सीएम भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance On Corruption In Rajasthan) की बात कहते हैं. उन्हीं के डिपार्टमेंट एंटी करप्शन ने जांच में निगम के एक अधिकारी और दो कर्मचारी को रिश्वत के मामले में पकड़ा है. अब भ्रष्टाचार में डूबे हुए निगम कमिश्नर जिसके नाम पर दलाली ली जा रही थी, उन्हें बर्खास्त किया जाए. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में जाने वाले पैसे को जनता के विकास कार्य में लगाया जाए. उन्होंने कहा कि या तो मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance On Corruption In Rajasthan) वाले कथन को वापस ले, और यदि वो भ्रष्टाचार से लड़ाई लड़ना चाहते हैं तो कमिश्नर यज्ञ मित्र सिंह देव को छुट्टी पर भेज कर इस मामले की निष्पक्ष जांच करा कर दूध का दूध पानी का पानी करते हुए, दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजें.
बीजेपी बोर्ड में भ्रष्टाचार नहीं
हालांकि निगम के इतिहास में एसीबी की कार्रवाई (ACB action in Greater Corporation) कोई नई बात नहीं है. इस पर राघव शर्मा ने कहा कि निगम में भ्रष्टाचार रहा है इस बात से वो सहमत नहीं है. बोर्ड में वो खुद भी सदस्य रहे हैं, उस दौरान भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस था. बीजेपी बोर्ड जनता की कसौटी पर खरा उतरा है, उसी का नतीजा है कि यहां लगातार बीजेपी का बोर्ड रहा और यदि भ्रष्टाचार की कोई सुगबुगाहट होती है तो उस पर कार्रवाई भी की जानी चाहिए.