जयपुर. दो दिवसीय इस चिंतन बैठक में बीएल संतोष के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह के साथ केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव सहित राजस्थान भाजपा के प्रमुख नेता शामिल रहेंगे. खास तौर पर राजस्थान भाजपा की कोर कमेटी में शामिल सभी नेता और प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कि साथी राजस्थान साले वाले राष्ट्रीय पदाधिकारी और सदस्य इस बैठक में मौजूद रहेंगे.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया कि बतौर प्रदेश अध्यक्ष कार्यकाल में पहली बार यह चिंतन बैठक जयपुर से बाहर हो रही है, जिसमें खुद पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष शामिल होंगे और संबोधित करेंगे.
ये प्रमुख नेता होंगे चिंतन बैठक में शामिल...
उदयपुर संभाग के कुंभलगढ़ में होने वाली भाजपा की चिंतन बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के साथ ही राजस्थान सह प्रभारी भारती शियाल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र यादव, कैलाश चौधरी व अर्जुन राम मेघवाल शामिल होंगे.
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पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और अरुण चतुर्वेदी व अन्य पूर्व प्रदेश भी बैठक में अपेक्षित होंगे. साथ ही प्रदेश कोर कमेटी में शामिल नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़, ओम प्रकाश माथुर सहित कुछ सांसद जो कोर कमेटी में शामिल हैं वह भी मौजूद रहेंगे. वहीं, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर सहित प्रदेश से जुड़े महामंत्री इस बैठक में शामिल होंगे. बैठक 2 दिन चलेगी और इसमें अलग-अलग सत्र होंगे संभवत एक सत्र में संभाग से जुड़े प्रभारियों को भी बुलाया जा सकता है.
क्यों पड़ी चिंतन की आवश्यकता...
भाजपा में संगठनात्मक स्तर पर चिंतन बैठक होती आई है, लेकिन राजस्थान में होने वाली बैठक अहम है. क्योंकि इसमें पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष शामिल हो रहे हैं. राजस्थान में करीब 2 साल बाद विधानसभा चुनाव है. ऐसे में प्रदेश भाजपा में चल रही आंतरिक कलह और खेमेबाजी को थामने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बीएल संतोष को भेजा गया है.
वहीं, बैठक के दौरान केंद्र की ओर से राजस्थान को दिए जाने वाले टास्क भी बताए जाएंगे और पार्टी की आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार होगी. इस बैठक के जरिए पार्टी से जुड़े सभी दलों के नेता एक जाजम पर बैठेंगे, जिससे संगठनात्मक रूप से राजस्थान भाजपा और मजबूत होगी.