जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को एक बार फिर हंगामा देखने को मिला. इस बार भाजपा विधायक सदन की कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित होने के बाद भी सदन में ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की टिप्पणी से नाराज भाजपा विधायकों ने साफ कर दिया कि उनका यह धरना और विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी लोकतांत्रिक मांगे नहीं मानी जाती.
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के अनुसार जिस प्रकार की टिप्पणी नेता प्रतिपक्ष को लेकर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने की है, उसके बाद भाजपा विधायकों का विरोध करना लाजमी था. लेकिन इस बीच स्पीकर ने राजस्थान जनाधार प्राधिकरण विधेयक 2020 बिना भाजपा विधायकों को शामिल किए पारित करवा दिया, जो सदन के लोकतांत्रिक अधिकारों की अवहेलना है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में राठौर ने कहा कि यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी लोकतांत्रिक मांगे मान नहीं ली जाती. राठौर ने कहा कि इस अनिश्चितकालीन धरने में भाजपा विधायकों के साथ आरएलपी के विधायक भी शामिल हैं.