जयपुर. भाजपा विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने प्रदेश में अनुदान प्राप्त मदरसा में एक धर्म विशेष की शिक्षा दिए जाने पर सवाल खड़ा किया (education of a particular religion in the madrasa) है. वासुदेव देवनानी ने इसे संविधान के विपरीत भी बताया मदरसों को मिलने वाले सरकारी अनुदान पर आपत्ति भी दर्ज की.
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने सोमवार को एक ट्वीट कर कहा कि जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. देवनानी ने अपने ट्वीट में लिखा कि असम में ही क्यों राजस्थान में क्यों नहीं असम में मदरसा बंद सरकार के अनुदान प्राप्त मदरसा सिर्फ एक धर्म विशेष की शिक्षा कैसे दे सकते हैं कि भारत में हर विद्यार्थी को धर्मनिरपेक्ष वैज्ञानिक शिक्षा मिलना चाहिए. उन्होंने लिखा कि धार्मिक शिक्षा माता-पिता घर पर है. अगर उन्हें जरूरी लगता है तो.