जयपुर.महंगाई के खिलाफ जयपुर में कांग्रेस नेताओं की ओर से निकाली गई साइकिल यात्रा पर भाजपा ने भी हल्ला बोला है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने तीखा पलटवार किया है. पूनिया ने कांग्रेस नेताओं की साइकिल यात्रा को पाखंड करार दिया है. पूनिया ने कहा कि आब कांग्रेस प्रगति की ओर नहीं, बल्कि पीछे की ओर लौटने लगी है.
जयपुर में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूनिया ने कहा कि अब कांग्रेस की साइकिल में कुछ दम नहीं बचा है और यह साइकिल कब पंक्चर हो जाए उसका भी भरोसा नहीं है. पूनिया ने कहा कि साइकिल की रेस हो या दौड़, कांग्रेस नेताओं के बीच न तालमेल था और न संतुलन ही दिखा. पुनिया ने कहा कि राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर इतना वैट लग रहा है, यदि प्रदेश सरकार जनता को राहत देने चाहती है तो उसे वैट की दर को कम कर देना चाहिए.
साइकिल यात्रा पर भाजपा नेता का पलटवार पढ़ें:कांग्रेस का हल्ला बोल : संगठन के साथ साइकिल लेकर सड़कों पर उतरी गहलोत सरकार की लगभग पूरी कैबिनेट, सबने एक सुर में कही ये बात
कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ 7 जुलाई से 17 जुलाई तक अभियान चला रखा है. इसके तहत शुक्रवार को जयपुर में पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और सरकार के कई मंत्री विधायक और पदाधिकारियों ने साइकिल यात्रा निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया था जिस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पलटवार किया है.
साइकिल यात्रा पर भाजपा नेता का पलटवार वहीं दूसरी ओर बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस लगातार सड़कों पर है. शुक्रवार को पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा सहित सरकार के मंत्री विधायक और पदाधिकारियों ने जयपुर में साइकिल यात्रा निकालकर अपना विरोध जताया तो पलटवार करते हुए प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार को नसीहत दी कि वह पहले पेट्रोल से वैट और गैस सिलेंडर पर टैक्स कम करें, उसके बाद साइकिल यात्रा निकालें.
पढ़ें:'दो दोस्तों' की मदद के लिए मोदी सरकार ने जनता को महंगाई के बोझ तले दाब दिया : प्रताप सिंह खाचरियावास
राजेंद्र राठौड़ ने महंगाई के खिलाफ चल रहे कांग्रेस के अभियान को महज ढकोसला करार दिया. ईटीवी भारत से बातचीत में राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का यह विरोध प्रदर्शन केवल प्रदेश के प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है जबकि जनता को राहत देने के लिए राज्य सरकार खुद कुछ नहीं कर रही. राठौड़ ने कहा कि आज राजस्थान में पेट्रोल पर वैट महाराष्ट्र के बाद देशभर में दूसरे नंबर पर है. वहीं गैस सिलेंडर पर राज्यों में 24 रुपये टैक्स है लेकिन राजस्थान सरकार उस पर 291 रुपये टैक्स ले रही है. ऐसे में प्रदेश सरकार को पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए.