जयपुर. राजधानी के शास्त्री नगर क्षेत्र में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में अब सियासत शुरू हो गई है. इसी मामले पर चर्चा के लिए बुधवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक आदि भाजपा शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता के घर पर जुटे. यहां सभी नेताओं ने पीड़ित लोगों से जानकारी जुटाई.
इसके बाद मामले को विधानसभा में उठाने का निर्णय किया. भीड़ में असामाजिक तत्वों द्वारा जिन लोगों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई थी. वह लोग भी मोहन लाल गुप्ता के घर पहुंचे. लोगों ने आरोप लगाया की असामाजिक तत्वों ने धार्मिक आधार पर उनकी गाड़ियों के शीशे तोड़े और चोट भी पहुंचाई. भीड़ में मौजूद कई लोगों के पास हथियार भी थे. इसके बाद भाजपा नेता ने कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से भी मामले को लेकर बातचीत की.
शास्त्री नगर दुष्कर्म मामले को विधानसभा में उठाएंगे भाजपा नेता पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मामले में पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस ने संवेदनशील रवैया नहीं अपनाया. मामले में अपराधी चाहे किसी भी धर्म का हो, उसे सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक रूप देने का की कोशिश की जो दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस को मामले में मुख्य अपराधी को पकड़ने के साथ ही उन्माद फैलाने वाले लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नई सरकार बनने के बाद पिछले चार महीने में अपराधों में 47 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. मुख्यमंत्री और गृह मंत्री गहलोत के खुद के गृह जिले में 38 फीसदी अपराध बढ़ा है.
उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि दुष्कर्म मामले के मुख्य आरोपी को जेल के शिकंजों के पीछे होना ही चाहिए. अब तक इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता सामने आई है. पुलिस की मामले की तह तक जाने में कोई रुचि नहीं है. राठौड़ ने कहा कि दुष्कर्म पीड़िता को 5 लाख रुपये देना और मासूम बच्ची को कुछ नहीं देना. इस तरह के दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए. पीड़ित की कोई जाति-धर्म नहीं होता है. भाजपा इस मामले को विधानसभा में उठाएगी.