जयपुर. ईटीवी भारत से सतीश पूनिया ने मौजूदा उपचुनाव को लेकर खास बात की और इस दौरान वसुंधरा राजे से लेकर गुलाबचंद कटारिया के बयान से जुड़े विवादों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी. पूनिया ने यह भी कहा कि परिणाम 2 मई को आएंगे, लेकिन मौजूदा उपचुनाव को मुख्य चुनाव से तुलना करना उचित नहीं होगा, क्योंकि उपचुनाव में विधानसभा चुनाव जैसा आकर्षण नहीं होता.
सतीश पूनिया, Exclusive Interview... वसुंधरा राज्य के उपचुनाव से दूरी के व्यक्तिगत कारण : पूनिया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया मौजूदा उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे की दूरी को लेकर किसी भी प्रकार के सियासी नुकसान की बात से इनकार करते हैं. पूनिया यह भी कहते हैं कि वसुंधरा राजे जी कि उपचुनाव से दूरी के कोई भी सियासी कारण नहीं हैं, बल्कि उनके व्यक्तिगत कारण हैं और वे खुद पार्टी को इस बारे में अवगत करा चुकी हैं.
महाराणा प्रताप मामले को कांग्रेस द्वारा तैयार किए लोग दे रहे राजनीतिक रंग : पूनिया
वहीं, इस उपचुनाव में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के महाराणा प्रताप मामले में विवादित संबोधन से जुड़े मामले में भी पूनिया ने अपनी बात रखी. पूनिया के अनुसार इस मामले में सत्ताधारी दल द्वारा तैयार किए गए कुछ लोग इस मामले को राजनीतिक रंग दे रहे हैं. पूनिया ने कहा कि पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के शिक्षकों के लिए दिए 'नाथी का बड़ा' से जुड़े वायरल वीडियो और गुलाब कटारिया के महाराणा प्रताप को लेकर वायरल वीडियो में काफी अंतर है.
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पूनिया के अनुसार गोविंद डोटासरा ने जो बात बोली वो एक बड़े शिक्षक वर्ग का अपमान था, लेकिन कटारिया जी ने जो बात बोली उसका भावार्थ गलत निकाला गया. पूनिया ने कहा कि ये कैसे संभव है जो व्यक्ति पिछले 40 साल से राजस्थान में महाराणा प्रताप जी के महिमामंडन से जुड़े हर क्रियाकलाप और स्मारक में अपना योगदान देता आया हो उसके भावार्थ ऐसे हो ही नहीं सकते. उन्होंने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में यदि गुलाबचंद कटारिया जैसा व्यक्ति दो-दो बार माफी मांग ले तो फिर इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
राजसमंद में वोटिंग परसेंटेज अधिक, सहाड़ा सुजानगढ़ में कम क्यों हुए, पर बोले पूनिया...
सतीश पूनिया के अनुसार तीनों विधानसभा सीटों में से राजसमंद में सर्वाधिक मतदान का प्रतिशत रहा फैक्टर है, उसमें एक बड़ा फैक्टर स्वर्गीय किरण माहेश्वरी के प्रति लोगों की सहानुभूति भी थी. इसी सहानुभूति क्षेत्र में उनकी बेटी दीप्ति माहेश्वरी के पक्ष में वोट घरों से निकलकर मतदान केंद्र तक पहुंचे. वहीं, दूसरा बड़ा कारण भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत रही और ऐसे भी इस उपचुनाव में सरकार ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी थी. वहीं, सहाड़ा और सुजानगढ़ में वोटिंग परसेंटेज कम रहने पर भी पूनिया ने कहा कि मौजूदा उपचुनाव की तुलना विधानसभा चुनाव से नहीं की जा सकती, क्योंकि उपचुनाव में ना तो ज्यादा आकर्षण होता है वही गर्मी और कोरोना के कारण हुई वोटिंग परसेंटेज कम रहा. पूनिया के अनुसार 2 मई को परिणाम आएगा और परिणाम जो भी होगा देखा जाएगा, लेकिन विषम परिस्थितियों में जिस प्रकार भाजपा कार्यकर्ताओं ने मेहनत की उसके बाद हमें उम्मीद अच्छे परिणाम की ही है.