जयपुर. कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी का दौर तेज हो गया है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की ओर से उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के खिलाफ दिए गए बयान और कटाक्ष कर खुद राठौड़ ने ट्वीट करके पलटवार किया है.
राठौड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के बयान पर ट्वीट कर कहा, 'चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जी आपने ठीक कहा कि न मैं 3 में हूं और न ही 13 में. मैं भाजपा कार्यकर्ता के रूप में जनता के अपार प्रेम और आशीर्वाद की बदौलत लगातार सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुआ हूं. मगर मेरे साथ राजनीतिक सफर शुरु करने वाले मित्र आपकी कार्यशैली तो ऐसी रही है कि आप 7 चुनाव लड़कर मात्र 2 बार ही विधानसभा में पहुंच पाए'.
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राठौड़ ने ट्वीट में कहा कि राजस्थान में कोरोना कूप्रबंधन के कारण हजारों लोगों के काल कवलित होने के दोषी चिकित्सा मंत्री जी, आप कोटा में बच्चों की मौत जैसी संवेदनशील घटना के बाद रेड कार्पेट पर स्वागत करवाने में माहिर रहे हैं. कोरोना काल में फिल्म अभिनेता सलमान खान के बॉडीगार्ड के साथ फोटो खींचवाने में व्यस्त रहे लेकिन राज्य के अंदर चिकित्सा क्षेत्र में आधारभूत संरचनाएं व मानव संसाधन में बढ़ोतरी करने में पूर्णतः नाकामयाब व फिसड्डी साबित हुए हैं.
राठौड़ ने कहा कि अगर मेरी चुनौती स्वीकार हो तो फिर दवाइयों, इंजेक्शन, उपकरणों व वैक्सीन में अनियमितता की किसी थर्ड पार्टी या सेवानिवृत्त न्यायाधीश से निष्पक्ष जांच करवाने में घबराहट क्यों हो रही है? कृपया अपनी नाकामियों को छिपाने की बजाय सच्चाई को जनता के सामने लाएं तो बेहतर होगा.
ट्विटर पर शुरू हो गई जुबानी जंग
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर 7 में से महज 2 बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने का तंज कसा तो जवाब में रघु शर्मा ने ट्विटर पर ही राजेंद्र राठौड़ के जनता दल से जुड़े पुराने इतिहास की याद दिला डाली. रघु शर्मा ने ट्विटर पर लिखा कि राजेंद्र राठौड़ जी पहला चुनाव आप ने 1980 में जनता दल से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वर्गीय जगदीश प्रसाद माथुर को हराने के लिए लड़ा, जिसमें आपको मात्र दो हजार वोट आए, उसके बाद 1985 में ही जनता दल से चूरू से चुनाव लड़ा और आप की जमानत जब्त हो गई थी.
मंत्री रघु शर्मा के इस ट्वीट पर राजेंद्र राठौर ने फिर जवाब देते हुए लिखा कि 'न इतराओ इतना बुलंदियों को छू कर, वक्त के सिकंदर पहले भी कई हुए हैं. जहां होते थे कभी शहंशाह के महल, देखे हैं वहीं अब उनके मकबरे बने हुए. राठौड़ ने लिखा कि आपकी याददाश्त शायद कमजोर हो गई. 1985 के चुनाव में मैं चूरू से लगभग 5000 वोटों से हार कर दूसरे नंबर पर था. उसके बाद कभी हार नहीं देखी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सुनहरे पलों के मित्र...न तेरी शाम कम होती, न रुतबा घटा होता...जो गुस्से में कहा, वह हंस के कहा होता.
इस पर फिर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने ट्वीट कर राठौड़ को जवाब देते हुए लिखा, ' मेरे सखा...जिनके घर खुद शीशे के हों वह बाल सखाओं पर पत्थर नहीं फेंका करते.