जयपुर.देश और प्रदेश में तेजी से फैल रही कोरोना महामारी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन और आर्थिक प्रतिबंधों से प्रभावित लोगों को 6-6 हजार की आर्थिक सहायता देने की मांग की थी. वहीं, अब भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने प्रदेश की गहलोत सरकार से इस महामारी के दौर में किसानों के संपूर्ण कर्ज माफी, बेरोजगारों को भत्ता और कोरोना से मृतक लोगों के परिवारों को आर्थिक मदद दिए जाने सहित कई मांग की है.
रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से रूबरू हुए अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार की आर्थिक स्थिति सही है, बशर्ते भ्रष्टाचार कम कर दिया जाए और केंद्र से मिली सहायता का सही उपयोग हो. अरुण सिंह ने यह भी कहा की इस महामारी के दौर में भाजपा सीएम गहलोत से उनकी पार्टी के पुराने वादे पर अमल करने की मांग सहित कुछ मांगे ही कर रही है, जिन्हें अभी पूरा करके किसान और बेरोजगार सहित आम आदमियों को राहत दी जा सकती है.
अरुण सिंह ने कहा, किसानों के संपूर्ण कर्ज माफी और बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा कांग्रेस का पुराना वादा है. मौजूदा संकट काल में आम बिजली उपभोक्ताओं से वसूल किया जा रहा स्थाई शुल्क और विलंब शुल्क भी पूरी तरह माफ होना चाहिए. साथ ही आम इंसान को अस्पतालों में बेड और शुद्ध पेयजल व ग्रामीण क्षेत्रों में समस्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए.
मुख्यमंत्री के मन में पाप था...
अरुण सिंह ने कहा कि खुद गहलोत सरकार ने सर्टिफिकेट दे दिया था कि सभी वेंटिलेटर्स सही है तो अचानक खराब कैसे हो गए. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में भी तो वेंटिलेटर काम कर रहे हैं. उनके अनुसार असल बात तो यह है कि वेंटिलेटर्स पर पीएम केयर्स फंड लिखा था और इससे प्रधानमंत्री की प्रसिद्धि ना हो जाए इसी कारण गहलोत सरकार ने इन वेंटिलेटरों को काम में ही नहीं लिया.
सिंह ने कहा कि सीएम गहलोत के मन में पाप था, इस वजह से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार कहती है कि फ्लो सेंसर खराब है जब देश का पीएम वेंटिलेटर पर 60 करोड़ रुपए खर्च कर सकता है तो क्या राज्य सरकार 300 रुपये का फ्लो सेंसर लगाकर इन्हें प्रयोग नहीं कर सकती.