जयपुर. प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर सियासत चरम पर है. बुधवार को सियासत का केंद्र राजभवन रहा, जहां पहले सांसद दीया कुमारी ने और उसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में 5 वरिष्ठ नेताओं ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान भाजपा ने राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग भी की.
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश में अपराध बेलगाम हो चुका है. मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री हैं और इसकी पूरी जिम्मेदारी उन पर ही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार ऐसी लचर सरकार आई है, जो इतनी कमजोर है कि वे ना तो अपनी पार्टी को संक्रमण से बचा पा रहे हैं और ना ही प्रदेश में बढ़ते अपराध पर रोक पा रहे हैं. 20 महीने में राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है.
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर दमन कर रही गहलोत सरकार
सतीश पूनिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानी मीडिया पर भी दमन करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सच्चाई दिखाने वाले कई पत्रकारों पर सरकार ने दबाव डाला और मुकदमे भी लगाए, लेकिन सरकार को ये समझना चाहिए कि इस मामले में थोड़ा गंभीरता से काम लें.
पढ़ें-राजस्थान में बढ़ते अपराधों के कारण प्रदेश शर्मसार है : दीया कुमारी
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सितंबर महीने में प्रदेश के हर हिस्से से दुष्कर्म की घटनाओं की खबर आई. उन्होंने कहा कि ज्यादातर मामलों में सरकार की लापरवाही देखी गई है. कटारिया ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में अपराधों की स्थिति क्या है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री भी हैं, लेकिन अपराध इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि गृह विभाग की प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है.
राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल में पूनिया के साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारियास उपनेता राजेंद्र राठौड़, सांसद जसकौर मीणा और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर भी मौजूद रहे.
दीया कुमारी की मुलाकात रही चर्चा में...
बुधवार को राजभवन में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में बीजेपी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल का जाना और राज्यपाल को ज्ञापन देना एक दिन पहले ही तय कर लिया गया था. लेकिन सतीश पूनिया के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा तो उससे पहले ही सांसद दीया कुमारी ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन दे दिया था.
इस ज्ञापन में भी प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की गई थी. वहीं, सतीश पूनिया की ओर से दिए गए ज्ञापन में भी यही मांग थी. यही कारण रहा कि भाजपा के सियासी गलियारों में यह विषय भी चर्चा का विषय बना रहा.