जयपुर. पंचायत राज चुनाव को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सीधे तौर पर प्रदेश सरकार पर चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.
कटारिया ने कहा कि जिस प्रकार शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल सहित विभिन्न विभागों की तबादला सूची जारी हुई, उन्हें जयपुर सहित उन तमाम जिलों जहां पर यह पंचायत राज के चुनाव होने हैं वहां के भी कर्मचारियों के भी नाम शामिल हैं. कटारिया के अनुसार भले ही इसका क्रियान्वयन 4 सितंबर के बाद हो, लेकिन सरकार की मंशा प्रशासनिक ढांचे को पंगु बनाने की है. जिस पर निर्वाचन विभाग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
गहलोत सरकार ने तोड़ी आचार संहिता... क्योंकि चुनाव आचार संहिता के दौरान यदि तबादला सूची जारी भी हुई, जिसमें इन जिलों में काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के नाम हैं, यह भी सीधे तौर पर यहां तैनात अधिकारी और कर्मचारियों को प्रभावित करना है. जिसके जरिए चुनाव भी प्रभावित होंगे.
पढ़ें :जमीनी और हवाई दौरे के बयानों में भड़की भाजपा की अंदरूनी सियासत, पूनिया के बयान पर रोहिताश्व ने दी नसीहत
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके पीछे सरकार की मंशा सही नहीं है, क्योंकि यह सूची जारी हुई है. उसके बाद जो अधिकारी-कर्मचारियों के तबादले हुए हैं, वह कांग्रेसी नेता और मंत्रियों के आगे-पीछे घूमते रहेंगे. न वह उस क्षेत्र में काम कर पाएंगे जहां अभी वह पोस्टेड हैं और न नए क्षेत्र जहां उनके तबादले किए गए हैं वहां काम कर पाएंगे.
जनता के बीच ले जाकर आगे तक मामला उठाएंगे : कटारिया
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के अनुसार इस मामले में निर्वाचन विभाग से भी मांग की जाएगी कि वह इसके खिलाफ कार्रवाई करे. जनता के बीच भी भाजपा इसे हर स्तर पर उठाएगी.
कटारिया ने लिखा चुनाव आयुक्त को पत्र...
वहीं, इस मामले में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर चुनाव आचार संहिता वाले क्षेत्रों में हुए तबादलों को तुरंत निरस्त कर निष्पक्ष चुनाव करवाने की मांग की है. चुनाव आयुक्त को लिखे गए पत्र में कटारिया ने स्कूल शिक्षा माध्यमिक शिक्षा संस्कृत शिक्षा जलदाय विभाग और स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों का जिक्र भी किया.